जोशीमठ में क्यों धंसी जमीन,क्या पता लगाएगी अब ये खास टीम
जोशीमठ जमीन धंसने और इमारतों में दरार पड़ने के कारण बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है.
10 सदस्यीय टीम के 13 जनवरी को जोशीमठ पहुंचने और अगले दिन से अपना काम शुरू करने की संभावना है.
14 जनवरी से शुरू होगी सबसे बड़ी जांच। की जोशीमठ मैं ऐसा क्यों हुआ है
बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब का प्रवेश द्वार 'जोशीमठ'
और यहाँ घरो मैं दरारे पड़ गयीं हैं
यहाँ घरो मैं दरारे पड़ गयीं हैं. अगर ऐसा चलता रहा तो बहुत से लोग बेघर हो जायेंगे
सर्वेक्षण से निकाले जाएंगे निष्कर्ष। जोशीमठ में क्यों धंसी जमीन,
14 जनवरी से पूरे इलाके का सर्वे करने के लिए कम से कम दो हफ्ते तक वहां होंगे.अधिकारी