FY25 SUV ने Auto Industry की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री, SUVs बनीं ग्रोथ की धड़कन!
भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25 SUV) में बिक्री के मामले में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। Passenger Vehicle (PV) sales में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई, और इसमें सबसे बड़ा योगदान रहा SUVs (Sports Utility Vehicles) का। बदलते उपभोक्ता रुझानों, नई टेक्नोलॉजी और बेहतर गवर्नमेंट पॉलिसीज़ ने मिलकर इस ग्रोथ को मुमकिन बनाया।
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43 लाख यूनिट्स की बिक्री, अब तक की सबसे ऊंची
Society of Indian Automobile Manufacturers (SIAM) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, FY25 में भारत में Passenger Vehicle Sales 43 लाख यूनिट्स तक पहुंच गईं, जो पिछले साल की तुलना में 2% की वृद्धि दर्शाता है। यह आंकड़ा देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर की मजबूती और उपभोक्ताओं के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
FY25 SUVs बनीं बिक्री का मुख्य स्तंभ
FY25 में Utility Vehicles ने कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री में 65% हिस्सेदारी हासिल की। जबकि पिछले साल यह आंकड़ा करीब 60% था। इस तेज़ी का कारण रहा:
- New SUV launches
- Premium features और advanced safety tech
- Better mileage और spacious interiors
- आकर्षक finance schemes और consumer offers
इन सभी वजहों से SUV सेगमेंट में customer preference और adoption दोनों तेज़ी से बढ़े हैं।
एक्सपोर्ट्स में भी नया रिकॉर्ड
केवल घरेलू बिक्री ही नहीं, भारत ने FY25 में Passenger Vehicle Exports के मामले में भी 7.7 लाख यूनिट्स के साथ ऑल टाइम हाई दर्ज किया। इसमें 14.6% की ग्रोथ देखने को मिली। यह वृद्धि मुख्यतः Latin America और Africa जैसे उभरते मार्केट्स में India-made global models की मांग बढ़ने से आई है।
टू–व्हीलर सेगमेंट की दमदार वापसी
Two-wheeler sales भी इस साल काफी मजबूत रही। FY25 में 9.1% की बढ़त के साथ टू-व्हीलर की कुल बिक्री 1.96 करोड़ यूनिट्स तक पहुंची। इसमें भी स्कूटर्स का बड़ा योगदान रहा। वजहें रहीं:
- Semi-urban और rural connectivity में सुधार
- बेहतर मॉडल्स और टेक्नोलॉजी
- Youth-centric डिज़ाइन्स और fuel efficiency
थ्री–व्हीलर सेगमेंट ने भी दिखाया दम
FY25 में Three-wheeler sales 7.4 लाख यूनिट्स तक पहुंच गईं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह 6.7% की वृद्धि है और FY19 के रिकॉर्ड को भी पार कर गया है। इसका श्रेय जाता है:
- Shared mobility की मांग
- Urban transport networks की ग्रोथ
- CNG और Electric variants की उपलब्धता
Commercial Vehicles में हल्की गिरावट, लेकिन आशा बनी हुई है
FY25 में Commercial Vehicle (CV) सेगमेंट ने 1.2% की गिरावट दर्ज की। हालांकि अंतिम तिमाही में 1.5% की बढ़त ने उम्मीदें जगा दी हैं। गवर्नमेंट की इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट, Construction sector की रिकवरी, और E-commerce logistics के चलते आने वाले समय में CV मार्केट में सुधार की संभावना जताई जा रही है।
ऑटो इंडस्ट्री की ग्रोथ के पीछे की बड़ी वजहें
SIAM की रिपोर्ट में ग्रोथ की वजहें भी साफ तौर पर बताई गई हैं:
- Healthy consumer demand
- बेहतर economic environment और positive market sentiment
- Pro-consumer और pro-industry government policies
- Electrification और sustainable mobility की ओर झुकाव
इन पहलुओं ने FY25 को भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए एक golden fiscal year बना दिया।
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कुल प्रदर्शन: FY25 की ऑटो इंडस्ट्री रिपोर्ट कार्ड
कैटेगरी | यूनिट्स (FY25) | वृद्धि (%) |
Passenger Vehicles | 43 लाख | +2% |
Two-Wheelers | 1.96 करोड़ | +9.1% |
Three-Wheelers | 7.4 लाख | +6.7% |
Commercial Vehicles | हल्की गिरावट | -1.2% |
Total Exports (All Vehicles) | बढ़त | +19.2% |
निष्कर्ष: FY25 SUV बनी भारतीय ऑटो सेक्टर का माइलस्टोन ईयर
SUV Boom, export success, और two-wheeler recovery जैसी पॉजिटिव ट्रेंड्स ने यह साबित कर दिया है कि भारत की ऑटो इंडस्ट्री न सिर्फ रिकवर कर रही है, बल्कि ग्लोबल लेवल पर तेजी से आगे बढ़ रही है। FY25 का रिकॉर्ड प्रदर्शन आने वाले वर्षों के लिए एक मजबूत नींव रखता है।
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