Airtel और Jio की हिल गयी बुनियाद, भारत में 2024 से शुरु होगी एलन मस्क की Satellite Internet सेवा
Satellite Internet: टेक्नोलॉजी विकास की तेज़ गति वाली दुनिया में, एलन मस्क एक बार फिर से सुर्खियाँ बटोर रहे हैं, भारत में ‘Satellite Internet India’ सेवाएँ शुरू करने का उनका यह एक बड़ा कदम है। यह अनोखा कदम, इंटरनेट कनेक्टिविटी (Satellite Internet Services) की पेशकश पुरे Indian Market में हलचल मचाने के लिए तैयार है। जैसा कि Alon Musk की स्पेसएक्स उपग्रहों (SpaceX Satellites) को तैनात करने की तैयारी कर रहा है, Jio और Airtel जैसे माहिर दिग्गजों को इसे हल्के में लेना काफी भारी पड़ सकता है।
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Satellite Internet: कैसे काम करता है?
सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं पृथ्वी कक्षा की लोअर आर्बिट में मौजूद सैटेलाइटो से सिग्नल प्रसारित करके इंटरनेट सेवाएं संचालित की जाती हैं, जिससे पुराने तरीको से काम कर रहे टावरों और ऑप्टिकल फाइबर की मदद से सूचनाओं की जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, यह पृथ्वी से 500 कि०मी० ऊपर से यह करीब-करीब 35000 कि०मी० की रेंज कवर करती है।
Satellite Internet: मिशन स्टारलिंक इंडिया
एलन मस्क की सैटेलाइट पर आधारित इंटरनेट सेवा ‘स्टारलिंक’ भारत में जल्द ही उपलब्ध हो सकती है। इसे जल्द ही सरकार से ‘ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाई सैटेलाइट’ (GMPCS) लाइसेंस प्राप्त हो सकता है। एलन मस्क की इस सेवा के माध्यम से हाई-स्पीड इंटरनेट आप तक पहुंचाई जाएगी। और हमनें आपको पहले ही यह बता दिया है कि इस सेवा को प्रसारित करने के लिए टावरों और ऑप्टिकल फाइबर केबल के सामान जैसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं है। इससे कम लागत में आप सभी तक इंटरनेट पहुंचाने में यह बहुत कारगर साबित होगी।
सरकार की मंजूरी की मात्र देर भर है बस, स्टारलिंक देश में स्पेक्ट्रम प्राप्त करने के लिए मंजूरी मिल जाएगी। कंपनी भारतीय ग्राहकों को ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टारलिंक डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन, और होम मिनिस्ट्री से मंजूरी प्राप्त कर रही है। उम्मीद है कि कुछ हफ्तों में इन सभी पर मंजूरी प्राप्त हो जाएगी।
Satellite Internet: कॉम्पिटीटर जियो और एयरटेल
जैसा कि एलन मस्क ने भारत में स्टारलिंक की मदद से सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने पर अपना रुझान किया है, जियो और एयरटेल दोनों दबाव महसूस कर रहे हैं। स्टारलिंक, जिसे अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स द्वारा संचालित किया जाता है। यह सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है जो विश्वभर में 60 से अधिक देशों को सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है। इसका मुख्य लक्ष्य 2023 के बाद पूरी दूनिया में मोबाइल फोन सेवा को बढ़ावा देना है।
Satellite Internet: ग्लोबल मार्केट डिमांड
जैसे-जैसे सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की मांग ग्लोबल मार्केट में तेज हो रही है, एलन मस्क की स्पेसएक्स में रुची बढ़ती जा रही है, भारत में वे अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए पूरे तरीके से तैयार है। यूजर्स के लिये किफायती कीमत पर सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराने जैसे मापदंडों पर काम किया जा रहा है, क्योंकि यहाँ पहले से ही जियो और एयरटेल मार्केट में छाये हैं। अपने इन दिग्गज कॉम्पिटीटर को चुनौती देने के लिये एलन मस्क का अगला रणनितिक कदम क्या होगा, यह तो आने वाले कल ही में पता चलेगा। पर यूजर्स के लिये एक बड़ी खुशखबरी है, जी हाँ आपने सही सोचा इंटरनेट सस्ता होने वाला है।
Satellite Internet: भविष्य
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने में एलन मस्क का प्रवेश देश के टेक्नोलॉजी फिल्ड में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं की हर मुमकिन कोशिश Jio और Airtel जैसे मझे खिलाड़ियों के लिए एक चुनौती बन गयी है। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास जारी है, सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं का आगमन हमारे डिजिटल दुनिया से जुड़ने के हर मुमकिन तरीके को परिभाषित कर रहा है। भविष्य में इंटरनेट का दायरा बढ़ रहा है, और बेहतर इंटरनेट सेवाओं की दौड़ दिन पे दिन आकर्षक बनती जा रही है।
सैटेलाइट इंटरनेट कैसे काम करता है?
सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं पृथ्वी कक्षा की लोअर आर्बिट में मौजूद सैटेलाइटों से सिग्नल प्रसारित करके इंटरनेट सेवाएं संचालित की जाती हैं, जिससे पुराने तरीको से काम कर रहे टावरों और ऑप्टिकल फाइबर की मदद से सूचनाओं की जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
सैटेलाइट इंटरनेट के टॉप फीचर्स क्या हैं?
सैटेलाइट इंटरनेट के टॉप फीचर्स में स्पीड, कम लागत, अच्छी परफॉरमेंस, और दुनियाभर में कहीं से भी एक्सेस करने की सुविधा है, जो यूजर्स को हाई क्वालिटी वाली इंटरनेट अनुभव प्रदान करती हैं।