Computer Ka Avishkar Kisne Kiya

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya

कंप्यूटर आजके समय में मोबाइल के बाद सबसे इस्तेमाल किया जाने वाला इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसे हर कोई अपने छोटे-बड़े कामों के लिए इस्तेमाल करता है। कंप्यूटर पूरी दुनिया में हर फील्ड में उपयोग किया जाने वाला यंत्र है। हमारे देश में भी एजुकेशन से लेकर एंटरटेनमेंट तक हर काम के लिए कंप्यूटर/लैपटॉप का इस्तेमाल किया जाता है।

लेकिन क्या आपको पता है कि इसमें कितना संघर्ष और कितने साल लगे? क्या आपको पता है कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (Computer Ka Avishkar Kisne Kiya), कंप्यूटर का आविष्कार किस देश में हुआ? इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया? और क्या आपको पता है कि भारत में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ? और भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ और किसने किया था?

अगर नहीं पता है तो आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर जान सकते हैं कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था और कब किया था।

Table of Contents

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया – Computer Ka Avishkar Kisne Kiya 

सबसे पहले मैकेनिकल कंप्यूटर का अविष्कार 19वीं सेंचुरी में ‘चार्ल्स बैबेज’ ने किया था। इन्होंने ‘Difference Engine’ नाम का डिवाइस डिजाइन किया था जो ऑटोमैटिकली मैथमेटिकल कैलकुलेशन कर सकता था। लेकिन उनके जीते जी यह मशीन बन नहीं सकी। हाँलाकि, कंप्यूटर क्या है इसकी जानकारी काफी समय बाद लोगो को पता चली।

कंप्यूटर का इतिहास – History of Computer

history of computer
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हज़ारों साल पहले, जो लोग धरती पर रहते थे, वे सिम्पल काउंटिंग टूल्स का इस्तेमाल करते थे जैसे ‘abacus’, ताकि गणितीय गणनाओं को किया जा सके। यहां से कंप्यूटर के उत्पत्ति के सबूत मिलते हैं। लेकिन कंप्यूटर को बनाने में बहुत सारे लोगों ने योगदान दिया है, हर सदी में तकनीकी विकास होता रहा है। आज के समय में हम जो कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं, उनसे हम बहुत सारे काम कर सकते हैं जैसे कि डेटा स्टोर करना, प्रोसेस करना, साझा करना आदि। ये सभी चीजें अलग-अलग समयों पर अलग-अलग लोगों द्वारा बेहतर कंप्यूटर बनाए गए हैं।

चार्ल्स बैबेज ने 19वीं सदी में ‘Difference Engine’ को डिजाइन किया था ताकि ऑटोमेटिक गणनाएं की जा सकें, पर उनके मरने से पहले यह मशीन नहीं बन सकी। एलन ट्यूरिंग ने 1930s में ‘universal machine’ का विचार प्रस्तुत किया, जो आजके कंप्यूटरों की आधारशिला बन गई है। 1950s में ‘The UNIVAC 1’ जिसे पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर माना जाता है, बिजनेस के कार्यों के लिए उपयोग किया गया था। इसी तरह, कंप्यूटर की तकनीक तेजी से आगे बढ़ी, कंप्यूटर छोटे होते गए और तेज होते गए, खासकर 1950s और 1960s के बीच में।

सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था?

दुनिया में सबसे पहले, 1940 में इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार John Vincent Antanasoff ने किया था। फिर, 1945 में ENIAC कंप्यूटर जिसका पूरा नाम है ‘इलेक्ट्रॉनिक नुमेरिकल इन्टेग्रेटर एंड कंप्यूटर’, बनाया गया यूनिवर्सिटी ऑफ Pennsylvania में J. Presper Eckert और John Mauchly के द्वारा। इसको बनाने के लिए US मिलिटरी ने फंड किया था। कुछ लोग ABC computer पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर मानते है।

सबसे पहला Programmable Computer का आविष्कार किसने किया?

सबसे पहले programmable कंप्यूटर Konrad Zuse ने बनाया था, उनका नाम है Z3। इसको 1938 में डिजाइन किया गया था और 1941 में बनाया गया। यह पूरी तरीके से ऑटोमेटिक और डिजिटल कंप्यूटर था। इसका पहले नाम ‘V3’ था, फिर वर्ल्ड वॉर II के बाद इसका नाम ‘Z3’ कर दिया गया।

सबसे पहले कमर्शियल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

जून 1951 में U.S में पहला कमर्शियल कंप्यूटर बनाया गया था, जिसका नाम ‘UNIVAC’ था। इसे J. Presper Eckert और John Mauchly ने अपनी टीम के साथ बनाया था। इन्होंने ही ENIAC बनाया था, जो पहला आम कामों के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। पहला UNIVAC को यूनाइटेड स्टेट्स सेंसस ब्यूरो ने एक्सेप्ट किया था।

UNIVAC I पहला अमेरिकन कंप्यूटर था जो व्यवसायिक और व्यक्तिगत गणनाओं को आसानी से कर सकता था और डेटा को ट्रांसपोर्ट कर सकता था। UNIVAC की टक्कर मार्केट में सीधे पंच-कार्ड मशीनों से थी, और जब यह मशीन सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुई, तब इसका उपयोग प्रेसिडेंशियल इलेक्शन की पूर्वानुमानित करने के लिए किया गया था। इसका पूर्वानुमानित परिणाम आखिरी परिणाम के पास था, इसलिए यह बहुत प्रसिद्ध हुआ।

पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

नवंबर 1962 में Altair 8800 के आने से पर्सनल कंप्यूटर का कॉन्सेप्ट आया था, लेकिन पर्सनल कंप्यूटर का नाम 1975 में ED Robert ने पेश किया था। पर्सनल कंप्यूटर की शुरुआत माइक्रोप्रोसेसर के बनने से हुई थी, इसलिए पहले PC को ‘माइक्रो कंप्यूटर’ कहा जाता था। PC को इतना सस्ता बनाया गया था कि हर व्यक्ति खरीद सकता था। पर्सनल कंप्यूटर को लोगों तक पहुँचाने का कार्य 1977 में शुरू किया गया था, जब माइक्रो कंप्यूटर बन गए थे।

लैपटॉप का आविष्कार किसने किया?

1981 में Adam Osborne ने ‘Osborne I’ बनाया था, जिसे सबसे पहला और अच्छा लैपटॉप कंप्यूटर माना गया। Epson ने 1981 में Epson HX-20 को रिलीज़ किया, इस कंप्यूटर में पहली बार इन-बिल्ट प्रिंटर था।

कंप्यूटर का आविष्कार किस देश में हुआ?

Charles Babbage जो कि एक mathematician, philosopher, inventor और एक ब्रिटिश थे, इन्होंने ही सबसे पहले ‘programmable computer’ का concept लाया था. Charles ने London में ही पैदा हुए थे और लंदन में ही उनका देहांत हुआ.

क्योंकि इन्होंने पहला मैकेनिकल कंप्यूटर डिज़ाइन किया गया और लोग इन्हें ‘फादर ऑफ कंप्यूटर’ भी कहते हैं, तो हम यह कह सकते हैं कि कंप्यूटर का अविष्कार London, England देश में हुआ।

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भारत में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ?

डॉ. द्विजिश दत्त द्वारा भारत में पहली बार 1952 में कोलकाता के भारतीय विज्ञान संस्थान में कंप्यूटर लाया गया था। यह एक अनलॉग कंप्यूटर था। इसके बाद बंगलुरु में भी भारतीय विज्ञान संस्थान द्वारा एक अनलॉग कंप्यूटर लाया गया।

1956 में पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर भारत में लाया गया था, जिसका नाम ‘HEC – 2M’ था। यह भी कोलकाता के भारतीय विज्ञान संस्थान में लाया गया था। इसके बाद ही भारत में कंप्यूटर युग चला।

भारत में इन कंप्यूटरों के आगमन के कारण, पूरे एशिया में जापान के बाद भारत था जो कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहा था। 1958 में ‘URAL’ कंप्यूटर रूस से खरीद कर लाया गया था। इन कंप्यूटरों का उपयोग 1964 में बंद कर दिया गया क्योंकि IBM ने अपने कंप्यूटर IBM 1401 कोलकाता में लगाया था।

भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ और किसने किया था?

भारत का पहला सुपरकंप्यूटर PARAM 8000 था, जिसे 1991 में सी-डैक (Centre for Development of Advanced Computing) द्वारा बनाया गया था। इसके लॉन्च के बाद हमारा यह सुपरकंप्यूटर दुनिया का दूसरा सबसे तेज कंप्यूटर बन गया था। सबसे तेज USA का सुपरकंप्यूटर था, जिसको बनाने में जितना खर्च हुआ था, उससे कहीं ज्यादा कम खर्च हमारे PARAM 8000 को बनाने में लगा।

पश्चिम से भारत को टेक्नोलॉजी नहीं मिलने की वजह से भारत ने सी-डैक को बनाया और सरकार द्वारा विजय भट्टकर को नियुक्त किया गया, सी-डैक की नेतृत्व करने के लिए। इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए पूरे देश से वैज्ञानिकों को बुलाया गया था और सिर्फ तीन साल में सी-डैक ने इस असंभाव काम को पूरा किया और PARAM 8000 को विकसित किया।

1991 के लॉन्च के बाद भारत ने कई सुपरकंप्यूटरों का निर्माण किया और पिछले वर्ष 2022 में PARAM सीरीज में ‘PARAM Siddhi-AI’ को बनाया गया, जो दुनिया के ‘फास्टेस्ट सुपरकंप्यूटर’ की सूची में 120वें स्थान पर था।

चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर का आविष्कार कब किया?

चार्ल्स बैबेज ने ‘Difference Engine’ को 1822 में डिज़ाइन किया था, जो पहला आटोमेटिक कंप्यूटर था।

भारत का पहला कंप्यूटर कहां स्थापित किया गया था?

भारत में सबसे पहले 1955 में पहला कंप्यूटर कोलकाता के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट में इंस्टॉल किया गया था, जिसका नाम था HEC-2M. HEC-2M को भारत ने इंग्लैंड से १० लाख में खरीदा था.

कंप्यूटर की पीढ़ी । Generations of Computer in Hindi

Generations of Computer in Hindi
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मॉडर्न कंप्यूटर के इतने बड़े इतिहास को समय के हिसाब से बाता गया है, जिसे हम ‘जनरेशन ऑफ कंप्यूटर’ कहते हैं।

  • फर्स्ट जनरेशन ऑफ कंप्यूटर
  • पहली पीढ़ी 1940s – 1950s
  • दूसरी पीढ़ी 1950s – 1960s
  • तीसरी पीढ़ी 1960s – 1970s
  • चौथी पीढ़ी 1970s – वर्तमान
  • पांचवी पीढ़ी वर्तमान – भविष्य

पहली पीढ़ी 1940s – 1950s

इस पीढ़ी में वैक्यूम ट्यूब की तकनीक का उपयोग किया जाता था। इस समय में कंप्यूटर बहुत बड़े और ज्यादा वजन वाले होते थे। इसमें प्रोग्रामिंग करना काफी मुश्किल था क्योंकि इसमें लो-लेवल प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग होता था। पहली पीढ़ी के कंप्यूटर को कैलकुलेशन और स्टोरेज के लिए उपयोग किया जाता था। ये बहुत ज्यादा बिजली खपत करते थे और एक पूरे कमरे की जगह लेते थे।

इस समय के कंप्यूटरों में उदाहरण हैं: ENIAC, EDVAC, UNIVAC।

दूसरी पीढ़ी 1950s – 1960s

दूसरी पीढ़ी में ट्रांजिस्टर की तकनीक का उपयोग होने लगा। ट्रांजिस्टर एक उपकरण होता है जिसमें सेमी-कंडक्टर मटेरियल होता है। ट्रांजिस्टर का उपयोग करने से कंप्यूटर की गर्मी कम हो गई और इसका मूल्य भी कम हुआ। इस समय में सीपीयू, मेमोरी, प्रोग्रामिंग भाषाएँ, और इनपुट और आउटपुट का उपयोग होने लगा। इसी समय में प्रोग्रामिंग करना आसान बन गया। दूसरी पीढ़ी में FORTRAN, COBOL, और ALGOL जैसी प्रोग्रामिंग भाषाएँ उपयोग होने लगीं।

कंप्यूटर के उदाहरण: PDP-8, IBM 1400 श्रृंगार, IBM 7090 और 7094, UNIVAC 1107, CDC 3600।

तीसरी  पीढ़ी – 1960s – 1970s

थर्ड जनरेशन में तेक्नोलॉजी बड़े ट्रांजिस्टर्स से इंटीग्रेटेड सर्किट्स (IC) की ओर बढ़ी। बहुत सारे ट्रांजिस्टर्स सिलिकॉन चिप्स में डाले जाते हैं, तब एक सेमीकंडक्टर बनता है। इस समय में कंप्यूटर की स्पीड बढ़ गई। एक IC में बहुत सारे ट्रांजिस्टर, रजिस्टर्स, और कैपैसिटर्स होते हैं। इस जनरेशन के समय में मेमोरी स्पेस बड़ी हो गई और कंप्यूटर छोटे होने लगे। इस समय में BSIC (Beginners All-purpose Symbolic Instruction Code) प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल किया जाने लगा। इसी समय में मिनीकंप्यूटर्स तेजी से बन रहे थे।

उदाहरण: IBM 360, IBM 370, PDP-11, NCR 395, B6500, UNIVAC 1108।

चौती पीढ़ी – 1970s – Present

1971 में पहला माइक्रोप्रोसेसर इस्तेमाल किया गया, इस समय में LSI सर्किट्स (large-scale integration) का उपयोग किया गया, जिसे माइक्रोप्रोसेसर कहा जाता है। इस टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा फायदा यह था कि एक माइक्रोप्रोसेसर में सारे आवश्यक सर्किट्स और चिप्स आते थे। जिन कंप्यूटरों में माइक्रोचिप्स का उपयोग किया जाता है, उन्हें माइक्रोकंप्यूटर कहा जाता है।

इस समय में कंप्यूटर और भी छोटे होने लगे और उनकी स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ने लगी। इसी समय में LSI को VLSI (Very Large Scale Integration) से बदल दिया गया। 1971 में जो Intel 4004 चिप था, उसमें सभी आवश्यक घटक थे, जिसके कारण कंप्यूटर का आकार काफी छोटा हो गया। इसी समय में प्राइवेट कंप्यूटर का आविष्कार किया गया।

उदाहरण: IBM PC, STAR 1000, APPLE II, Apple Macintosh, Altair 8800।

पांचवी पीढ़ी – Present – Future

फिफ्थ जनरेशन में जो टेक्नोलॉजी आई है, वह है AI। इससे कंप्यूटर इंसानों की ओर बर्ताव करते हैं। इसमें वॉयस रिकग्निशन, मेडिसिन और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में बहुत फायदा पहुंचा रही है। गेम्स के क्षेत्र में कंप्यूटर इंसानों को हरा रहे हैं। आज के समय में कंप्यूटरों की स्टोरेज क्षमता बहुत बड़ी हो गई है और ये फिजिकल साइज में छोटे होते जा रहे हैं। लेकिन AI पूरी तरह से विकसित नहीं हुई है, लेकिन इसकी शुरुआत बहुत अच्छी और डरावनी है। आने वाले समय में AI क्या कर सकती है, यह जानकर हमें बहुत चौंक सकते हैं।

फिफ्थ जनरेशन के उदाहरण: डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन।

FAQ – Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था? 

सबसे पहले मैकेनिकल कंप्यूटर का अविष्कार 19वीं सेंचुरी में ‘चार्ल्स बैबेज’ ने किया था। इन्होंने ‘Difference Engine’ नाम का डिवाइस डिजाइन किया था जो ऑटोमैटिकली मैथमेटिकल कैलकुलेशन कर सकता था।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया था?

मैकेनिकल कंप्यूटर को पहली बार charles babbage ने डिजाईन किया था और 19th सेंचुरी में किया था. 

भारत में कंप्यूटर का खोज कब हुआ था?

भारत में सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर को 21 जनवरी 1969 को बनाया गया था।

कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म है: कॉमन ऑपरेशन मशीन पुरपोसेली यूस फॉर टेक्नोलॉजी एंड एजुकेशनल रिसर्च, (Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research).

कंप्यूटर की खोज कौन से देश ने की?

Charles Babbage जो कि एक mathematician, philosopher, inventor और एक ब्रिटिश थे, इन्होंने ही सबसे पहले ‘programmable computer’ का concept दुनिया के सामने प्रस्तुत किया और लोग इन्हें ‘फादर ऑफ कंप्यूटर’ भी कहते हैं, तो हम यह कह सकते हैं कि कंप्यूटर का अविष्कार London, England देश में हुआ।

निष्कर्ष- कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

आज हमने जाना कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (Computer Ka Avishkar Kisne Kiya), कंप्यूटर का आविष्कार किस देश में हुआ? इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया, आदि।

आशा है कि आपको ‘कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया’ आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आप जानना चाहते हैं कि कंप्यूटर क्या है और कैसे काम करता है, तो आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं।

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