हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) को डाइट के माध्यम से करें कंट्रोल
How to Control Hypertension :आधुनिक जीवन शैली के कारण कई लोग हाई ब्लड प्रेशर या hypertension जैसी समस्या से पीड़ित हैं। हाई ब्लड प्रेशर जिसे हिन्दी में उच्च रक्त चाप कहते हैं, से कई बीमारियाँ और समस्याएँ हो सकती हैं, लेकिन इसके कारण हृदय रोग होने की संभावना बहुत अधिक होती है। स्वस्थ और लंबे जीवन के लिए यह ज़रूरी है कि आपको हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के बारे में जानकारी होनी चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्त चाप को मेडिकल टर्म में हाइपरटेंशन कहा जाता है।
आगे बढ़ने से पहले जानते हैं कि हाइपरटेंशन क्या होता है तथा हाइपरटेंशन में बीपी कितना होता है? हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसी मेडिकल स्थिति है जिसमें रक्त धमनियों के दीवारों के विरुद्ध रक्त का बल बहुत अधिक हो जाता है। वैसे तो सामान्य बीपी 120/80 mm Hg होता है लेकिन उच्च रक्तचाप या hypertension की स्थिति में बीपी 130/80 mm Hg (स्टेज-1) तथा 140/90 mm Hg या इससे अधिक (स्टेज-2 )होता है। हाई ब्लड प्रेशर को दवाइयों के माध्यम से तो कम किया ही जा सकता है लेकिन अपनी जीवन शैली और ख़ान – पान में बदलाव करके भी इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
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हाई ब्लड प्रेशर (hypertension) के कारक
High blood pressureया उच्च रक्तचाप समस्या के कई कारक हो सकते हैं। ये कारक आपकी जीवन शैली संबंधित या किसी बीमारी संबंधित या फिर दवाइयों का सेवन से संबंधित हो सकते हैं। यहाँ पर कुछ संभावित कारकों की बात करेंगे जो कि इस प्रकार हैं –
जीवन शैली के कारण –
- व्यायाम न करना या फुर्तीला न रहना
- मोटोपा
- अधिक धूम्रपान करना
- अधिक शराब पीना
- अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना
- 50 से अधिक उम्र होना भी उच्च रक्तचाप का कारण हो सकता है
दवाइयों के कारण –
- गर्भ निरोधक दवाइयों का सेवन
- Steroid का सेवन
- एंटीडिप्रेसेंट दवाइयों का सेवन
- NSAIDs (non- steroidal anti – inflammatory drugs) का सेवन
बीमारियों के कारण
- किडनी संबंधित बीमारी होने पर
- डाइबीटीज होने पर
- हार्मोन संबंधित समस्या होने पर जैसे थाइरोइड
- Sleep apnea, अर्थात् नींद संबंधित समस्या होने पर
हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के लक्षण
वैसे तो हाई – ब्लड प्रेशर (high blood pressure) के लक्षण अधिकतर लोगों में नहीं दिखाई देते हैं। यह समस्या धीरे – धीरे बढ़ती रहती है और कुछ समय के बाद इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप समय – समय पर अपना ब्लड प्रेशर चेक करते हैं। इसके अलावा यदि आप ऊपर दिये गये कारकों से पीड़ित हैं तो अवश्य ही अपने ब्लड प्रेशर पर नज़र बनाये रखें। इसके अलावा ख़ान – पान पर ध्यान दें तथा एक्टिव रहें।
- सिर में दर्द होना
- साँस लेने में दिक़्क़त होना
- सीने में दर्द होना
- दृष्टि में प्रभाव पड़ना
- कभी – कभी नाक से खून आना
- थकावट महसूस करना
ख़ान – पान के माध्यम से हाइपरटेंशन को कंट्रोल करना – How to Control Hypertension
आप क्या खाते हैं और आपकी कैसी जीवन शैली कैसी है, इसका आपकी सेहत पर अत्यधिक असर पड़ता है। इसलिए इस भाग में हम जानेंगे कि ख़ान – पान के माध्यम से हाई ब्लड प्रेशर या hypertension को कैसे कंट्रोल किया जाए।
बीपी हाई होने पर क्या ख़ाना चाहिए
ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने या उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए निम्न चीज़ों को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे आपको काफ़ी हद तक इस समस्या से निजात मिल सकती है।
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ – हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में नाइट्रेट पाया जाता है जो कि हाई बीपी को कम करने के साथ – साथ कोलेस्ट्रॉल को भी कम में सहायक होती हैं। आप अपनी डाइट में पालक, पत्ता गोभी जैसी सब्ज़ियाँ शामिल कर सकते हैं।
- दालें और फलियाँ – दाल और फलियों में प्रोटीन, फ़ाइबर और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्त्व पाये जाते हैं जो कि उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक होते हैं।
- विटामिन – सी वाले फलों का सेवन – विटामिन – सी युक्त फल जैसे संतरा, अमरूद, पपीता, केला, सेब, कीवी में विटामिन – सी के साथ पोटैशियम और अन्य मिनरल पाये जाते हैं जो कि hypertension को कम करने में सहायक होते हैं।
- लहसुन – यह माना जाता है कि लहसुन के सेवन से हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है तथा यह कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को कम करता है।
- नट्स, ड्राई फ्रूट्स और बीज – नट्स और ड्राई फ्रूट्स में फ़ाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन पाया जाता है। वहीं बीज जैसे कद्दू के बीज में पोटैशियम, अमीनो एसिड तथा मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्त्व पाये हैं। इसी कारण नट्स, ड्राई फ्रूट्स और बीज हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होते हैं।
- टमाटर – टमाटर पोटैशियम का बहुत अच्छा स्रोत है जो कि hypertension या ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होता है।
हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं ख़ाना चाहिए
उच्च रक्तचाप की समस्या होने पर निम्न प्रकार के आहार को अपने जीवन में न जोड़े। इतना ही नहीं सामान्य तौर पर भी स्वस्थ रहने के लिए भी निम्न चीज़ों का सेवन न करें –
- हाई ब्लड प्रेशर होने पर सबसे महत्त्वपूर्ण है कि नमक का सेवन कम से कम करें।
- पैक्ड और प्रोसेस्ड फ़ूड जैसे चिप्स, पैकेट में आने वाला जूस इत्यादि का सेवन न करें।
- अधिक चीनी से बने हुए खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
- अधिक वसा और मैदे से बना हुआ भोजन न खायें।
- कोशिश करें चाय और कॉफ़ी का सेवन बंद कर दे।
- शराब का सेवन न करें।
- धूम्रपान न करें।
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हाई ब्लड प्रेशर (hypertension) एक ऐसी बीमारी है जिसे सामान्य स्थितियों में ख़ान – पान और जीवन शैली में सुधार लाकर कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure) के मरीज़ों को रोज़ाना व्यायाम करना चाहिए और फुर्तीला रहना चाहिए। इसके अलावा भोजन में कम से कम नमक का उपयोग करना चाहिये, पैक्ड और प्रोसेस्ड ख़ान – पान से दूर रहना चाहिये। खाने – पीने में सेहतमंद चीज़ें हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, दालें, मौसमी फलों, मौसमी सब्ज़ियाँ, नट्स, ड्राई फ्रूट्स इत्यादि का सेवन करना चाहिए।
इतना ही नहीं, बीपी नॉर्मल हो जाने के बाद भी समय – समय पर बीपी चेक करते रहना चाहिए। अधिक समस्या होने पर या फिर किसी बीमारी के वजह से हाई बीपी होने पर किसी डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। जीवन शैली को सुधारें, ख़ान – पान पर ध्यान दें और स्वस्थ रहें।