टर्म इंश्योरेंस क्या है, इसके फायदे, क्लेम कैसे लें?- सम्पूर्ण जानकारी
अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने हेतु बीमा कंपनियाँ द्वारा कई तरह के प्लान उपलब्ध कराये जाते हैं। आपने टर्म इंश्योरेंस का नाम कई बार सुना होगा जो कि साधारण बीमा प्लान से अलग होता है। इस लेख के द्वारा हम आपको विस्तृत रूप से टर्म इंश्योरेंस की जानकारी देने जा रहे है जैसे- Term Insurance kya hai, टर्म इंश्योरेंस के फायदे आदि।
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Term Insurance kya hai
टर्म इंश्योरेंस एक बेसिक जीवन बीमा पालिसी (Life Insurance Policy) है, जो कुछ वर्षों तक अथवा एक निश्चित अवधि के लिए कवरेज देती है। यदि इस समय अवधि के दौरान बीमाधारक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को बीमा की धनराशि एकमुश्त तरीके से मिल जाती है।
टर्म इंश्योरेंस अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने का बेहतरीन विकल्प है, खासकर जब आप घर के अकेले कमाने वाले हो। अन्य प्रकार की लाइफ इंश्योरेंस पालिसी की तुलना में टर्म लाइफ इंश्योरेंस की प्रीमियम राशि कम हो सकती है।
पाॅलिसी अवधि- टर्म लाइफ इंश्योरेंस सामान्यतः 5, 10, 15, 30 या 75 साल की अवधि के लिए होता है तथा बीमाधारक की मृत्यु पर लाभ तभी दिया जाता है जब उसकी मृत्यु बीमा पाॅलिसी की अवधि के दौरान हुई हो। यह पाॅलिसी बीमाधारक की मृत्यु के बाद समाप्त हो जाती है।
टर्म इंश्योरेंस क्यो है जरूरी?
अब जब आप जान चुके है कि Term Insurance kya hota hai तो आपको बता दें, टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार की जीवन बीमा पाॅलिसी है, जो आपके परिवार को आर्थिक मदद करती है। इस प्रकार की पाॅलिसी का प्रीमियम भी मँहगा नही होता है और बीमित व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाने पर नामित व्यक्ति को संपूर्ण बीमा राशि मिलती है।
टर्म इंश्योरेंस के प्रकार- Types of Term Insurance
बीमा कंपनियाँ व्यक्तियों के हितों एवं उनकी जरूरतो के हिसाब से विभिन्न प्रकार के टर्म इंश्योरेंस बाजार में उतारते है। कोई भी व्यक्ति टर्म इंश्योरेंस अपनी जरूरत के हिसाब से ले सकता है।
- स्टैंडर्ड टर्म इंश्योरेंस प्लान
यह एक सामान्य टर्म इंश्योरेंस प्लान है जो बीमाधारक की असमायिक मृत्यु पर बीमाधारक के परिवार को मृत्यु लाभ के रूप में बीमा की राशि प्रदान करता है।
- ग्रुप टर्म इंश्योरेंस प्लान+
ग्रुप टर्म इंश्योरेंस प्लान कंपनियों, बिजनेस, सोसाइटीज, ट्रस्ट के लिए मुख्यतः बनाए गये है। यह ग्रुप के सभी सदस्यों को टर्म इंश्योरेंस प्रदान करता है। इस प्लान के तहत मिलने वाले लाभ स्टैंडर्ड टर्म इंश्योरेंस प्लान के जैसे ही होते है, हालाँकि ग्रुप टर्म इंश्योरेंस प्लान हाई कवरेज प्रदान करता है।
- टर्म रिटर्न आफ प्रीमियम (TROP)
यह एक तरह का लाइफ इंश्योरेंस प्लान है जिसके तहत प्रीमियम रिटर्न के रूप में सर्वाइवल बेनिफट आफर किया जाता है। यदि बीमाधारक व्यक्ति पाॅलिसी की पूरी अवधि तक जीवित रहता है, तो उसे टैक्स छोड़कर प्रीमियम के रूप में भुगतान की गयी पूरी धनराशि वापस कर दी जाती है।
- इनक्रीसिंग एण्ड डिक्रीजिंग टर्म प्लान्स
इनक्रीसिंग टर्म इंश्योरेंस प्लान पर दी जाने वाली कवरेज समय के साथ बढ़ती रहती है, पालिसी कवरेज तब तक बढता रहता है, जब तक वह असल कवरेज का 1.5 गुना ना हो जाये।
डिक्रीजिंग टर्म प्लान में पालिसी में दी जाने वाली कवरेज पूरी पालिसी कार्यकाल के दौरान एक विशिष्ट दर से घटती रहती है, साथ ही प्रीमियम भुगतान की दर भी घटती रहती है। इस प्रकार की पालिसी बैंक और वित्तीय संस्थानों द्वारा इस्तेमाल की जाती है।
- कनवर्टिबल टर्म प्लान्स
जिन टर्म इंश्योरेंस पालिसी को पूर्ण लाइफ इंश्योरेंस पालिसी में बदला जा सकता है उन्हे कनवर्टिबल टर्म प्लान्स कहते है। इसका लाभ यह है कि कनवर्ट करते समय पालिसीधारक को कोई मेडिकल टेस्ट प्रमाण जमा करने की आवश्यकता नही पड़ेगी।
टर्म इंश्योरेंस लेते समय इन बातो को ध्यान में रखें-
- टर्म इंश्योरेंस प्लान में मैच्योरिटी बेनिफिट नही मिलते है।
- इस पाॅलिसी के तहत काफी कम प्रीमियम भुगतान पर अधिक धनराशि का कवर मिलता है, परन्तु जो लोग धूम्रपान करते है उन्हे अधिक प्रीमियम चुकाना पड़ता है।
- बीमा कवरेज राशि का निर्धारण करते समय आप अपनी आमदनी और उम्र को ध्यान में रखे तथा आप अपनी आमदनी से 15 से 20 गुना अधिक कवरेज की पाॅलिसी ले सकते है।
- टर्म इंश्योरेंस में पाॅलिसी की अवधि को ध्यान से चुनना चाहिए। अधिक लम्बी अवधि की पाॅलिसी का प्रीमियम ज्यादा हो जाता है और कम अवधिक की पाॅलिसी में फैमिली की सुरक्षा प्रभावित होती है।
- टर्म लाइफ इंश्योरेंस खरीदते समय अलग-अलग कंम्पनियों के आफर्स की तुलना जरूर कर लें।
टर्म इंश्योरेंस पर टैक्स में छूट
टर्म इंश्योरेंस प्लान आपको कम कीमत पर बड़ा कवरेज देते है। टर्म इंश्योरेंस प्लान आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत शामिल पाॅलिसी की लिस्ट में आता है, अतः इसके ग्राहकों को कर सम्बन्धी फायदे मिलते है।
टर्म इंश्योरेंस पाॅलिसी खरीदने के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स
आप अपना टर्म इंश्योरेंस किसी बैंक, गैर सरकारी वित्तीय संस्थान, ऑनलाइन प्लैटफार्म से खरीद सकते है, जिसके लिए आपको निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है।
- पिछले 3 वर्षों की सैलरी स्लिप या इनकम टैक्स रिटर्न दस्तावेज
- फाॅर्म-16 (नौकरी करने वालों के लिए), फाॅर्म-16 ए (अपना कार्य करने वालों के लिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान प्रमाण पत्र
टर्म इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के फायदे
- अगर आप ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस पालिसी खरीदते है तो आपको किसी बिचौलिए को कमीशन नहीं देना पड़ता है।
- ऑनलाइन पाॅलिसी खरीदने से आपके लिए प्रीमियम भुगतान की धनराशि कम हो जाती है और बीमा सस्ता हो जाता है।
- ऑनलाइन पाॅलिसी खरीदनें में सारी डिटेल आप खुद भरते हैं, इसलिए गलती की गुंजाइश कम होती है।
- बीमा क्लेम के समय ऑनलाइन सेटलमेंट भी किया जा सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ ऑनलाइन आवेदन करना होता है।
- ऑनलाइन कार्य तेजी से और पारदर्शिता के साथ होता है। क्लेम का निपटारा तथा भुगतान भी जल्दी होता है।
- ऑनलाइन आवेदन के साथ आपको कुछ दस्तावेज जैसे मृत्यु प्रमाण पत्र, केवाईसी और बैंक खाता विवरण जमा करना होता है।
- दावा धनराशि सीधे तौर पर आपके बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती है।
टर्म इंश्योरेंस क्लेम प्रक्रिया
बीमा जारीकर्ता कंपनियाँ टर्म इंश्योरेंस क्लेम प्रासेस को आसान और किसी के लिए भी आसानी से फालो करने योग्य बनाते है।
सबसे पहले दावा दायर करना होता है। बीमाधारक की मृत्यु पर नामांकित व्यक्ति द्वारा बीमा कंपनी को सूचित किया जाता है। दावा करने के लिए नामित व्यक्ति निम्न तरीकों का इस्तेमाल कर सकता है।
- ऑनलाइन दावा करने के लिए कंपनी की आफिशियल वेबसाइट पर जाये और दावा करें।
- बीमा कंपनी को उनकी हेल्पलाइन अथवा टोल फ्री नम्बर पर 24*7 आप कभी भी सूचित कर सकते है।
- बीमा कंपनी की निकटतम शाखा में जाकर संपर्क करें।
- आप ई-मेल के जरिये भी बीमा कंपनी को सूचित कर सकते है।
दावा औपचारिक रूप से स्वीकार्य और पंजीकृत हो जाएगा जब बीमाकर्ता को पूर्ण रूप से भरे हुए दावे फॉर्म के साथ दावे सेटलमेंट का लिखित अनुरोध और अन्य सम्बन्धित दस्तावेज प्राप्त होता है। किसी को फोन कॉल के माध्यम से एक टर्म दावे दायर करना चाहिए या दावा प्रक्रिया को तेज करने के लिए बीमा कंपनी की शाखा जाना चाहिए।
टर्म इंश्योरेंस दावा दायर करने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
प्राकृतिक मौत के मामले में
- टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी दस्तावेज़
- हस्ताक्षरित और पूर्ण रूप से भरे हुए दावा फॉर्म (जैसा कि बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किया गया है – फार्म आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर लें।)
- बीमाधारक के मृत्यु प्रमाणपत्र की मूल या प्रति
- दावेदार का बयान
- बीमा कंपनी द्वारा मांगे गए कोई अन्य प्रासंगिक दस्तावेज़।
दुर्घटना में मौत के मामले में
- पुलिस एफआईआर रिपोर्ट, पुलिस जांच फॉर्म और पुलिस जांच की अंतिम रिपोर्ट
- चिकित्सकीय परिचारक का प्रमाणपत्र या देखभाल करने वाले डॉक्टर का बयान
- अस्पताल प्रमाण पत्र और बीमाधारक के प्रवेश और निर्भार सारांश सहित चिकित्सा रिपोर्ट, मृत्यु सारांश, जांच रिपोर्ट इत्यादि|
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
- दावेदार का बयान
- बीमा कंपनी द्वारा अनुरोध किए गए कोई अन्य प्रासंगिक दस्तावेज़
दावे का भुगतान
बीमा कंपनी सभी दस्तावेजों की जाँच करने के बाद स्वीकार करती है तो उसे टर्म योजना में उल्लिखित धनराशि प्रदान की जाती है। नामित व्यक्ति को भुगतना की धनराशि ECS के माध्यम से प्राप्त हो जाती है, इसके लिए नामाकिंत व्यकित को बैंक विवरण, कैंसिल चेक आदि जमा करना होता है।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
यदि नामाकिंत व्यक्ति की भी मृत्यु बीमाधारक के साथ हो जाती है तो भुगतना अगले उत्तराधिकारी को दिया जाता है।
यदि नामाकिंत व्यकित की मृत्यु बीमाधारक से पहले हो जाती है तो बीमाधारक को बीमा समाप्ति से पूर्व अन्य व्यक्ति का नामांकन करना होता है।
टर्म इंश्योरेंस के तहत क्या कवर नही होता है?
यदि बीमाधारक की मृत्यु निम्नलिखित कारणों से होती है तो उसे टर्म लाइफ इंश्योरेंस के तहत कवर नही किया जाता है।
- शराब अथवा नशीली दवाओं के सेवन से
- गर्भावस्था अथवा प्रसव की समस्याओं से
- खतरनाक कार्यों में भाग लेना, युध्द में भागीदारी पर
- आपराधिक कृत्यों पर
- आत्महत्या पर यदि पाॅलिसी लेने से 1 वर्ष के भीतर हो।
दोस्तों, आशा करता हूँ इस लेख के माध्यम से आपको टर्म इंश्योरेंस से सम्बन्धित काफी जानकारी मिली होगी। आप अपने दोस्तो को आर्टिकल शेयर करके बता सकते है कि Term Insurance kya hai व अन्य जरूरी बातें। अभी भी यदि Term Insurance से सम्बन्धित कोई प्रश्न है तो कमेंट बाक्स में जरूर लिखें।
Term Insurance Kya Hai: FAQs
टर्म इंश्योरेंस का मतलब क्या होता है?
टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार का लाइफ इंश्योरेंस है जो एक निश्चित अवधि का होता है। इस अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु होने पर नामिनी को सम एश्योर्ड राशि प्रदान की जाती है।
टर्म इंश्योरेंस कितने साल का होता है?
टर्म इंश्योरेंस की अवधि 5, 10, 15, 30 तथा 75 वर्ष होती है। मृत्यु लाभ केवल तभी मिलता है जब बीमाधारक की मृत्यु पाॅलिसी अवधि के दौरान हुई हो।
टर्म इन्शुरन्स कौन ले सकता है?
टर्म इन्शुरन्स कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से अधिक की आयु का है और नौकरी अथवा बिजनेस करता है वह टर्म इन्शुरन्स ले सकता है।
एक व्यक्ति कितने टर्म प्लान ले सकता है?
एक व्यक्ति चाहे कितने भी टर्म प्लान ले सकता है। एक से अधिक टर्म इंश्योरेन्स प्लान होने से अधिक सुरक्षा रहती है और अधिक लाभ मिल सकते हैं।
1 करोड़ टर्म इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम क्या है?
टर्म इंश्योरेंस प्लान के तहत यदि बीमाधारक की मृत्यु पाॅलिसी अवधि के दौरान हो जाती है तो सम एश्योर्ड राशि का भुगतान नामिनी को किया जाता है। 1 करोड़ रूपये का टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के लिए आपको मात्र 7441 रूपये प्रति वर्ष का प्रीमियम देना होता है, यह प्लान 30 साल की अवधि का होता है।