Cow Essay in Hindi for kids | Cow Par Nibandh |गाय पर निबन्ध
गाय पर निबन्ध अक्सर प्राथमिक क्लास के बच्चों को लिखने के लिए दिया जाता है। इन निबन्धो की शब्द सीमा दी जाती है जो कि 10 लाइन, 250 शब्द, 500 शब्द हो सकती है। इस लेख में दिया गया Cow Essay In Hindi (गाय पर निबन्ध) आपको गाय के विषय में कई तरह की जानकारी देगा तथा गाय पर निबन्ध लिखने में आपकी मदद करेगा।
Table of Contents
गाय पर निबन्ध- Cow Essay In Hindi 10 lines
- गाय एक घरेलू जानवर है जो कि मनुष्यों के लिए अत्यन्त उपयोगी है।
- गाय का उपयोग मुख्यतः दूध, घी, दही, मट्ठा आदि डेयरी उत्पादों के लिए किया जाता है। नवजात और छोटे बच्चों को गाय का दूध पिलाने की ख़ास सलाह दी जाती है।
- गाय पूरे विश्व में अलग- अलग प्रजातियों में पायी जाती है।
- गाय हिन्दुओं का एक पविजत्र जानवर है और आदि काल से हिन्दु लोगों द्वारा इसकी पूजा की जाती है।
- गाय के दो सींग, दो आँख, एक नाक, दो कान, चार पैर, चार थन, एक पूँछ होती है।
- यह ताजी घास, भूसा, आटा, सब्जियाँ आदि मुख्य रूप से खाती हैं।
- गाय के दूध को बहुत ही उपयोगी और पौष्टिक माना जाता है।
- गाय के गोबर का उपयोग ईंधन और उर्वरक के रूप में किया जाता है।
- गाय के चमड़े से जूते, बेल्ट, जाकेट आदि घरेलू उपयोग की चीजे बनायी जाती है।
- वर्तमान समय में सरकार ने गायों को बचाने तथा उनकी देखभाल के लिए कई कदम उठाये हैं।
गाय पर निबन्ध- Essay On Cow [250 Words]
गाय को देवी- देवताओं के तुल्य माना गया है। गाय का उल्लेख हमारे वेदों में भी मिलता है, भगवान कृष्ण तक गाय चराने वाले ग्वाला थे, इसी कारण उनका एक नाम गोपाल है। लोगो का मानना है जिस घर में गाय का निवास होता है वहाँ कोई भी वास्तु दोष तथा संकट नही आता है।
गाय एक ऐसा जानवर है जो अपनी जीवन काल मे तो बहुत उपयोगी है ही, यह अपने जीवन के बाद भी काम आती है। इसके शरीर की चमड़ी से जूते, बेल्ट आदि बनते है, सींग, पैर के खुर आदि सब अंग उपयोग मे आ जाते है।
गाय को माता, कामधेनु भी कहा जाता है जो सभी इच्छाओ की पूर्ति करती है। दीवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा होती है जिसमें गायों की विशेष पूजा की जाती है।
गाय का दूध नवजात बच्चे को भी पिलाया जाता है क्योकि यह अत्यन्त पौष्टिक एवं लाभकारी है। इसके अलावा गाय के दूध से घी, दही, मक्खन, मट्ठा आदि चीजे बनायी जाती है। जिन्हे बेचकर ग्रामीण अपना भरण पोषण करते है। गाय का घी हवन- पूजन मे काम आता है जो कि चावल के कुण्ड में अग्नि के सम्पर्क में आने पर पूरे वातावरण को साफ और स्वस्थ बनाता है।
इसके साथ – साथ गाय के गोबर का भी उपयोग किया जाता है। गाय के गोबर से बने उपलों को ईंधन की तरह उपयोग किया जाता है तथा इसे खाद की तरह भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा गाय के गोबर से बनी मूर्तियों या उपलों का उपयोग पूजा में भी किया जाता है।
गाय पिछले कुछ समय से काफी संकट से जूझ रही हैं, लोग उनका इस्तेमाल करने के बाद छोड़ देते है। गायों के रहने की व्यवस्था न होने के कारण वह सड़को पर आवारा घूमती नजर आती है और वह हमारे द्वारा फेके गये कचरे से खाना ढ़ूढ कर खाने को मजबूर हैं। गाय की रक्षा के लिए सरकार द्वारा कदम उठाये जाने चाहिए।
गाय पर निबन्ध- Cow Essay in Hindi [500 Words]
प्रस्तावना- गाय सबसे प्राचीनतम् जानवरों में से एक है। यह पूरे विश्व में अलग- अलग नस्लों एवं प्रजातियों में पायी जाती है। भारत में गाय को धार्मिक स्तर पर माता का दर्जा दिया गया है तथा इसकी पूजा होती है।
गाय की शारीरिक संरचना- गाय अन्य जानवरों की तरह ही होती है जिसके दो सींग, चार पैर, दो आँखे, दो कान, एक नाक, चार थन, एक पूँछ होती है। इसकी पूँछ के निचले हिस्से में बालों का एक गुच्छा होता है जिससे यह मक्खी, मच्छर आदि से बचाव करती है। गाय के पैर में खुर होते है जो जूते की तरह कार्य करते है।
उपयोगिता- गाय को पालना कई तरह से उपयोगी है और हिन्दू धर्म में तो गाय पूजनीय भी है। विद्वानों का ऐसा मानना है कि गाय में देवी- देवता निवास करते हैं। गाय प्रतिदिन दूध देती है जो कि बेहद लाभदायक और पौष्टिक होता है। गाय के दूध से दही, मट्ठा, मक्खन, घी, मिठाईयाँ आदि बनायी जाती हैं। गाय के गोबर का प्रयोग ईंधन बनाने तथा खेत में डाली जाने वाली खाद बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा गाय के मूत्र से कई तरह की औषधियाँ बनायी जाती है तथा यज्ञ और पूजा पाठ में भी इसका प्रयोग होता है।
गाय की नस्ले (प्रजातियाँ)- पूरे विश्व में सबसे ज्यादा गायें भारत में पायी जाती हैं, इनकी कई प्रजातियाँ होती है जिनमें से कुछ निम्नवत हैं।
साहिवाल, गिर, थारपारकर, राठी, लाल सिंधी, मेवाती, करन फ्राई, जर्सी, दज्जल, धन्नी आदि। इनमें से सर्वाधिक दूध देने वाली गाय जर्सी नस्ल की है।
गाय का महत्व- गाय को देवी- देवताओं के रूप मे देखा जाता है, लोग गाय की पूजा करते है तथा भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए बनाते है। गाय के गोबर से घर को लीपा जाना भी धार्मिक आस्था को दिखाता है। गाय को मारना तथा उसका मांस खाना वर्जित है। बेसहारा गायों के निवास तथा खान पान के लिए कई जगहों पर गौशाला बनायी गयी हैं। समय- समय पर सरकार भी गाय की रक्षा के लिए कदम उठाती है।
वर्तमान स्थिति- यद्यपि गाय की स्थिति से लोग जागरूक है तथा इसकी सेवा करने के लिए तत्पर है। फिर भी आवारा गायों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। यह सड़क पर घूमने को मजबूर है तथा खाने के लिए पालीथीन, कूड़ा, सड़ा खाना ही इनको उपलब्ध है। सरकार को गायों के रहने के लिए हर शहर में एक गौशाला तथा खाने के लिए भूसा, घास आदि की व्यवस्था करनी चाहिए।
उपसंहार- गाय एक बहुत ही उपयोगी जानवर है जिसका हम खूब उपयोग करते है और लाभ उठाते है, यह ग्रामीण समाज की रीढ़ है। परन्तु आज के समय में जैसे जैसे हम विकसित हो रहे है और प्रगति कर रहे है, हम गांव से भी दूर हो रहे हैं, लोगो की गाय में आस्था कम हो रही है। गाय जब तक दूध देती है तभी तक हम उसका साथ देते है, जब वह दूध देना बन्द कर देती है तो उसे छोड़ दिया जाता है, वह खाने तक को मोहताज हो जाती है। गायों को मारकर उनकी चमड़ी का प्रयोग किया जाता है। अतः हमें सभी प्रकार की गायों में आस्था रखते हुए उनकी देखभाल करना चाहिए।
Cow Essay in Hindi: FAQs
गाय क्यों उपयोगी है?
गाय का महत्व आदिकाल से रहा है। लोगों की समृद्धि का अंदाजा उसकी गायों की संख्या देखकर लगाया जाता था। हिन्दू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और यह पवित्र मानी गयी है।
हिंदी में निबंध कैसे लिखें?
निबंध की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए। इसमें विचारों का दोहराव नहीं होना चाहिए, वर्तनी और त्रुटियों पर ध्यान रखना चाहिए और विषय की जानकारी होनी चाहिए।
क्या गाय एक पालतू पशु है?
हाँ, गाय एक पालतू पशु है। लोग दूध, गोबर आदि के लिए गायों को अपने घरों मे पालते हैं।
गाय से हमें क्या लाभ है?
गाय से हमें दूध मिलता है जो अत्यन्तु गुणकारी होता है। इसके अलावा, गाय का गोबर, मूत्र, सींग, पैर के खुर, आदि का उपयोगा किसी न किसी कार्य में किया जाता है।
गाय के घर को क्या कहते हैं?
गाय के घर को गौशाला कहा जाता है।