Raksha Bandhan Par Nibandh

Raksha Bandhan Par Nibandh | रक्षाबंधन पर निबंध- 10 लाइन, 250 शब्द, 500 शब्द

Raksha Bandhan Par Nibandh | रक्षाबंधन पर निबंध For Kids- Class-1, 2 – रक्षा बंधन पर 10 लाइन का निबंध

  1. हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
  2. रक्षाबंधन को राखी तथा श्रावणी भी कहा जाता है।
  3. यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का पर्व है। इससे कई प्राचीन ऐतिहासिक कहानियाँ भी जुड़ी हैं।
  4. इस दिन बहने अपने भाइयों के तिलक कर दाहिने हाथ में राखी बाँधती हैं और लम्बी उम्र की कामना करती हैं।
  5. राखी बांधकर बहने अपने भाइयों से उपहार लेती हैं, साथ ही, भाई भी बहनों को उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
  6. इस दिन लोग नये कपड़े पहनते हैं तथा बहने भी पूरी तैयारी करती हैं।
  7. रक्षाबंधन में बाजारों में रौनक रहती हैं। लोग कुछ दिन पहले से ही इस त्यौहार की तैयारी करने लगते हैं, नये – नये कपड़े ख़रीदते हैं, मिठाइयाँ ख़रीदते हैं, इतना ही नहीं घर में भी कई पकवान भी बनते हैं।
  8. भारत के साथ ही कई अन्य देशों में भी राखी का त्यौहार मनाया जाता है।
  9. जो बहने अपने भाइयों के पास नहीं पहुँच पाती हैं वे उन्हे डाक से राखी भेज देती हैं।
  10. इस दिन घर में कई तरह के पकवान बनाये जाते हैं। पूरे दिन घर में खुशी का माहौल रहता है।

Raksha Bandhan Par Nibandh | रक्षाबंधन पर निबंध- Class-4, 5 (250 Words)

वैसे तो रक्षाबंधन पर निबन्ध हर वर्ग के बच्चों को लिखने के लिए दिया जाता है परन्तु रक्षा बंधन पर निबंध for class 5 hindi लिखने का तरीका अलग होगा। क्लास 5 के बाद से निबन्ध लेखन का प्रारूप बदलता है और इसे अधिक engaging बनाना होता है। यहाँ से एक अच्छे निबन्ध लेखन की शुरूआत होती है। तो चलिए लिखना शुरू करते हैं कक्षा 4 और 5 के लिए Raksha Bandhan Par Nibandh- 

प्रस्तावनाः दिवाली, दशहरा, होली आदि पर्वों की तरह रक्षाबंधन भी हिन्दुओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक है, हिन्दुओं के साथ- साथ इसे अन्य धर्मों के लोग भी मिल जुल कर मनाते हैं। रक्षाबंधन या इससे मिलती जुलती परंपरा हमारे देश में काफी लम्बे समय से चल आ रही है। इससे जु़डी हुई कुछ पौराणिक कथाएं भी है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, रक्षाबंधन का मतलब “रक्षा के लिए बाध्य” अर्थात एक भाई को अपनी बहनों की रक्षा करनी होगी। 

महत्वः रक्षाबंधन के दिन बहने भाइयों की कलाई में सिर्फ धागा ही नहीं बांधती हैं बल्कि बहनें कुमकुम, दीया, चावल, मिठाई और राखी से पूजा की थाली सजाती है और तिलक लगाकर भाई की पूजा करती हैं व लम्बी आयु की कामना करती है। इसके साथ ही, भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं। अतः यह त्यौहार काफी महत्वपूर्ण होता है।

समयः भाई बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाने वाला यह त्योहार सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2022 में यह त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाएगा। 

परंपराः वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार बहने अच्छी-अच्छी राखियाँ और मिठाईयाँ बाजारों से खरीदती है और भाई के घर जाती है। भाई लोग उस दिन नये कपड़े पहनकर बहनों से पूजा करवाते है, इसके बाद उनके पैर छूकर गिफ्ट या पैसे देते हैं। जो बहने अपने भाइयों तक नहीं पहुँच पाती है, वह डाक द्वारा या किसी अन्य माध्यम से राखी अपने भाई तक पहुँचा देती है। 
निष्कर्षः रक्षाबंधन का त्योहार दशकों से इसी परंपरा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है। संक्षेप में कहें तो रक्षाबंधन प्यार और भाईचारे का प्रतीक है। यह त्यौहार भाई – बहन के प्रेम, विश्वास और एक दूसरे के प्रति रक्षा भाव को दर्शाता है।

Raksha Bandhan Par Nibandh | रक्षाबंधन पर निबंध- Class-7, 8 (500 Words)

एक प्रोफेशनल निबन्ध लिखने की नींव क्लास 7 या 8 से शुरू हो जाती है अतः इन क्लास के बच्चों को अपने निबन्ध लेखन में विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, निबन्ध लेखन को एग्जाम में भी प्रश्न आते हैं, वहाँ पर भी आप अच्छा स्कोर कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं क्लास 7 और 8 के लिए रक्षाबंधन पर निबंध

प्रस्तावनाः भारत (भारत की खोज किसने की थी) एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यहाँ सभी एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं और त्यौहारों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। रक्षाबंधन हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है जो भारत के साथ- साथ कई अन्य देशों में भी मनाया जाता है। यह त्योहार प्राचीन समय से मनाया जाता रहा है और इससे जुड़ी कुछ ऐतिहासिक एवं पौराणिक कथाएं भी है। वर्तमान समय में, नई टेक्नोलाॅजी के साथ इसे त्योहार को मनाने का तरीका भी बदला है परन्तु भावनाएं वही हैं।

महत्व और समयः रक्षा का अर्थ है सुरक्षा और बंधन का अर्थ है बाध्य होता है। इस दिन बहने अपने भाई की पूजा करते हुए उनकी तरक्की और स्वस्थ जीवन की कामना करती है। इसके बदले में, भाई भी बहनों को सुरक्षा का वचन देते हैं और कुछ उपहार भी देते हैं। 

यह त्योहार श्रावण अर्थात सावन मास के अतिंम दिन मनाया जाता है। सावन महीने में इसे मनाने का कारण यह है कि हिंदू धर्म में सावन के महीने को शुभ माना जाता है। 

पौराणिक कथाः पुराणों के अनुसार जब राजा बलि से विष्णुजी ने तीन पग जमीन लेकर आकाश पाताल और धऱती नाप दी थी तो बलि रसातल में जाने को मजबूर हुआ परन्तु उसने भगवान विष्णु जी से हर समय अपने सामने रहने का वचन लिया था। नारद जी की सलाह पर लक्ष्मी जी बलि के पास जाकर राखी बांधती है और विष्णु जी को लेकर आ जाती हैं। वह दिन सावन मास की पूर्णिमा का था। 

ऐतिहासिक कथाएँः हमारे इतिहास में कई ऐसी घटनाएं घटी है जिसमें राखी के महत्व का उल्लेख है। मेवाड की रानी कर्मावती ने हुमायूँ को राखी भेजकर सुरक्षा की गुहार लगायी थी। हुमायूँ ने मुसलमान होते हुए भी राखी की लाज रखी थी। 

इसी तरह से, सिकंदर की पत्नी ने पूरू को राखी बांधकर भाई बनाया था जो कि एक हिंदू था और सिंकदर का दुश्मन था। उसने पुरू से सिकंदर को ना मारने का वचन लिया था। पुरू ने राखी के बदले दिये गये वचन को निभाया था और सिंकदर को जीवनदान दिया था।

वर्तमान परंपराः बहनों और भाइयों को रक्षाबंधन का बेसब्री से इंतजार रहता है। त्योहार के कुछ दिन पहले से ही मार्केट सजती है और रंग- बिरंगी राखियाँ बिकती है। मिठाईयाँ एक दिन पहले से ही बनने लगती है और मिठाईयों की डिमांड भी खूब होती है।

बहने भाईयों के घर जाती है जहाँ भाई लोग नये- नये कपड़ो में तैयार दिखते हैं। वे भाईयों को पूजा- अर्चना कर तिलक लगाती है और उनकी तरक्की तथा स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं। भाई बहनों के पैर छूकर उन्हे सुरक्षा का वचन देते हैं साथ ही उपहार भेंट करते हैं। इस दिन घर में तरह- तरह के पकवान बनते हैं, कई लोग पंतगबाजी का मजा भी लेते हैं। 

टेक्नोलाॅजी के विस्तार से, अब ई-राखी भेजी जाने लगीं है, और वीडियो काल से बात हो जाती है। जिससे किसी को आने जाने की जरूरत नहीं होती है। यह टेक्नोलाॅजी दूर रहने वाले भाई- बहनों लिए एक वरदान से कम नही है।

निष्कर्षः रक्षाबंधन भाई-बहन का पवित्र त्योहार है। यह इनके बीच के रिश्ते को और गहरा करता है, और सुख-दुख में साथ रहने की प्रेरणा देता है। यह एक भावनात्तक बंधन होता है जिसमें दोहरी शक्ति होती है।

ये भी पढ़े – पर्यावरण पर निबन्ध


आशा करता हूँ यह raksha bandhan par nibandh छोटे और बड़े सभी छात्रों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इसके साथ ही, बड़े- बुजुर्गों ने1 भी इस लेख का आनंद लिया होगा। आप अपने से छोटों या जरूरतमंदो को रक्षाबंधन पर निबंध का आर्टिकल शेयर करें तथा किसी सवाल, सुझाव अथवा जानकारी के लिए कमेंट बाक्स में लिखें।

Raksha Bandhan Par Nibandh: FAQs

राखी क्यों महत्वपूर्ण है?

राखी कोई साधारण धागा नही है। यह वह पवित्र धागा है जो एक बहन अपने भाई के हाथ में बांधकर स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, और उससे यह वचन लेती है कि वह जीवनभर उसकी रक्षा करेगा। साथ ही, भाईयों की पूजा- अर्चना की जाती है और बहनें उपहार प्राप्त करती है।

राखी कौन से हाथ में बांधी जाती है?

राखी दाहिने हाथ की कलाई में बाँधी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरीर का दाहिना हिस्सा पवित्र माना गया है। शरीर के दाहिने हिस्से में नियंत्रण शक्ति भी ज्यादा होती है।

रक्षाबंधन कब और क्यो मनाया जाता है?

रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहने राखी का पवित्र धागा अपने भाईयों को बांधकर रक्षा का वचन लेती हैं।

2022 में रक्षाबंधन कब की है?

वर्ष 2022 में रक्षाबंधन 11 अगस्त को पड़ रहा है जो कि सावन मास का अन्तिम दिन होगा।

राखी कब तक पहननी चाहिए?

यह राखी पहनने वाले व्यक्ति की समझ पर निर्भर करता है हालाँकि, विेशेषज्ञों के अनुसार, एक भाई को रक्षाबंधन के दिन से 15 दिनों तक लगातार राखी पहने रहना चाहिए।

Similar Posts