Food Poisoning

Food Poisoning Meaning in Hindi ? क्या है इसके लक्षण, उपचार और बचाव के तरीके

बदलते समय और जरूरतों के साथ – साथ लोगों के जीवनशैली और खान – पान के तरीकों को में भी काफी बदलाव आया है। इन्हीं सा आदतों के कारण फूड पोइजिनिंग जैसी समस्या होती है, क्या आप Food Poisoning Meaning in Hindi जानते हैं? Food Poisoning को हिन्दी में विषाक्त भोजन के नाम से जाना जाता है। 

आज समय के कमी के कारण आज लोग घर के स्वादिष्ट, स्वच्छ और स्वस्थमय खाने के बजाय packed, प्रोसेस्ड और इंस्टेंट फूड तथा बाहर बने हुए खाने की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में भोजन या खाना यदि स्वच्छता और जरूरी पोषक तत्वों को ध्यान में रखते हुए नहीं बना है तो विभिन्न पेट संबन्धित समस्याएँ हो सकती हैं। आज हम इन्हीं समस्याओं में से Food Poisoning meaning in Hindi के बारें में जानेंगे।

Food Poisoning Meaning in Hindi

Food Poisoning क्या है?

Food Poisoning या विषाक्त भोजन, जैसा की नाम से ज़ाहिर है यह समस्या दूषित भोजन ग्रहण करने से होती है। Food Poisoning होने पर रोगी का पेट और छोटी आंत प्रभावित होती है। यह बीमारी घातक नहीं होती है ज्यादातर लोग बिना इलाज के ही ठीक हो जाते हैं लेकिन फिर भी डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

Food Poisoning होने का मुख्य कारण दूषित भोजन ग्रहण करना है परंतु सही रूप से भोजन न तैयार करने और पकाने के कारण भी यह बीमारी हो सकती है। भोजन से जुड़े हुए Food Poisoning होने के कारण कुछ बिन्दु निम्न हैं –

  • खाना पकाते समय हाथ और खाना पकाने वाले बर्तनों को साफ न करना। 
  • कच्चे फल और सब्जियों को खाने से पहले अच्छे से साफ न करना और फल और सब्जियों को छीलने से पहले साफ न करना। 
  • अंडे और मांसाहारी खाद्य सामाग्रियों को ढंग से न पकाना या कम पकाना तथा सीफूड के कारण भी Food Poisoning होता है। 
  • दूध या इससे बने हुए उत्पादों को ज्यादा समय तक फ्रिड्ज में स्टोर करना। 
  • स्वच्छ पानी न पीना। food poisoning in hindi
  • फ़्रोजेन खाद्य सामाग्रियों को सही तापमान पर न स्टोर करना जिसके कारण खाद्य पदार्थ खराब होने लगता है। 
  • दूध को बिना उबाले पीना या कच्चे दूध का सेवन करना।
  • विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को छूने से पहले हाथ न धुलना, यह cross – contamination को बढ़ावा देता है।

फूड पोइज़ेनिंग के कारक

फूड पोइज़ेनिंग के कारक

Food Poisoning होने का कारक सिर्फ एक नहीं है बल्कि यह बीमारी कई प्रकार के बैक्टीरिया, वाइरस, जर्म्स, टॉक्सिन और पैरासाइट के कारण होती है। इन सभी कारकों के वजह से Food Poisoning होने पर रोगी के लक्षण ज्यादातार समान होते हैं, इन लक्षणों के माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है की यह बीमारी बैक्टीरिया इन्फ़ैकशन के कारण हुई है या वाइरस या पैरासाइट इन्फ़ैकशन के कारण हुई है।

बैक्टीरिया इन्फ़ैकशन निम्न बैक्टीरिया के वजह से होता है –

  • Escherichia Coli (E. Coli) – यह बैक्टीरिया कच्ची सब्जी, फलों और मांस में पाया जाता है। 
  • Salmonella– यह कच्चे सब्जियों, फल,पोल्ट्री उत्पादों और दूषित पानी में पाया जाता है। 
  • Staphylococcus aureus – यह बैक्टीरिया दूध से बने हुए उत्पादों और डिब्बे वाले खाद्य पदार्थों (canned food) में पाया जाता है। 
  • Listeria monocytogenes–unpasteurized दूध और मांसाहारी उत्पादों में पाया जाता है। 
  • Campylobacter

वाइरल इन्फ़ैकशन निम्न वाइरस के कारण होता है

  • Norovirus – यह सी फूड, पत्तेदार सब्जियों, दूषित पानी में पाया जाता है।
  • Rotavirus – सी फूड, दूषित पानी और सलाद में पाया जाता है।
  • Sapovirus

पैरासाइट इन्फ़ैकशन निम्न पैरासाइट के कारण होता है

  • Toxoplasma gondii – आधा पका हुआ या कम पका हुआ मांस, दूषित पानी, अनुचित तरीके से तैयार किए गए भोजन में पाया जाता है।
  • Cryptosporidium – ताजे फल, सब्जी, जूस, unpasteurized दूध और दूषित पानी में पाया जाता है। 
  • Giardia duodenalis
  • Trichinellosis

अधिकतर Food Poisoning के मामलें Salmonella, E. Coli, Norovirus, Listeria, Campylobacter, Toxoplasma gondii के कारण होते हैं।

Food Poisoning Symptoms in Hindi  

फूड पोइज़ेनिंग होने पर रोगी के पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है, इसके अलावा और कई समस्याएँ होती हैं। फूड पोइज़ेनिंग के लक्षण निम्न हैं –

  • कमजोरी या थकान महसूस करना
  • पेट में दर्द होना तथा मरोड़ उठना 
  • मितली और उल्टियाँ होना 
  • डायरिया 
  • बुखार और सिर दर्द होना
  • भूख न लगना 
  • मांसपेशियों में दर्द होना तथा ठंड लगना 

ज्यादातर मामलों में ये लक्षण कुछ घंटों से लेकर 24 घंटों या अधिकतम 5 से 7 दिनों में दिखाई देना बंद हो जाते हैं और रोगी बिलकुल ठीक हो जाती हैं। लेकिन कभी – कभी Food Poisoning की समस्या गंभीर हो जाती है, ऐसी स्थिति में निम्न लक्षण दिखाये देते हैं –

  • डायरिया दो या उससे अधिक दिनों तक होना 
  • बहुत तेज़ बुखार होना,1020F से भी अधिक 
  • निर्जलीकरण (dehydration) की गंभीर समस्या होना 
  • कभी – कभी मल में रक्त आना 

बच्चों और बड़ों में फूड पोइज़ेनिंग के लक्षण दिखते ही डॉक्टर की सलाह ले और उपचार शुरू करें। इस बीमारी और इसके लक्षणों से कुछ घंटों से लेकर 24 घंटों में निजात पाया जा सकता है।

Food Poisoning Treatment in Hindi

Food Poisoning

Food Poisoning होने पर डॉक्टर निम्न तरह से उपचार करते हैं –

  • शरीर में हुई निर्जलीकरण की समस्या को अधिक से अधिक द्रव्य पदार्थों के माध्यम से दूर करें, जूस पिये, पानी पिये और ग्लूकोस तथा इल्क्ट्रोलाइट (ORS)का सेवन करें। 
  • Food Poisoningके लक्षणों को दूर करने के लिए डॉक्टर निम्न दवाएं देते हैं –
  1. Antidiarrheal दवाएं (डायरिया रोकने की दवाएं)– डायरिया की समस्या को दूर करने के लिए अँग्रेजी दवाएं Loperamide, Bismuth subsalicylate हैं। 
  2. Antiemetic दवाएं (उल्टी रोकने की दवाएं) – उल्टी की समस्या को दूर करने के लिए अँग्रेजी दवाएं Chlorpromazine, metoclopramideहैं। 
  • बैक्टीरिया या पैरासाइट इन्फ़ैकशन के कारण Food Poisoning होने पर डॉक्टर एंटी बायोटिक दवाएं भी देते हैं। 
  • Food Poisoning के इलाज के लिए Probiotics का उपयोग भी काफी कारगर माना जाता है। 
  • Food Poisoning के इलाज़ के लिए किसी भी तरह की दवा स्वयं न लें, डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi

 Food Poisoning का घरेलू उपचार

फूड पोइज़ेनिंगसे निजात पाने के लिए लोग का दवाओं का तो उपयोग करते हैं लेकिन अधिकतर लोग घरेलू उपचारों का रास्ता चुनते हैं। इस बीमारी को दूर करने के लिए विभिन्न घरेलू उपचार निम्न हैं –

  • केला- फूड पोइज़ेनिंग होने पर रोगी का पाचन तंत्र प्रभावित होता है ऐसे में केला खाये जो की हल्का और पचाने में आसान होता है। यह पोटेश्यिम– युक्त होता है जो की शरीर के द्रव्य पदार्थो को संतुलित रखता है और निर्जलीकरण (dehydration) की समस्या को दूर करता है। 
  • शहद– शहद में antibacterial, antifungal, antiviral विशेषतायें होती हैं जिसे फूड पोइज़ेनिंग की समस्या को दूर करने के लिए प्रभावी माना जाता है। 
  • दही– दही में antibiotic विशेषतायें होती हैं जो की बैक्टीरिया इन्फ़ैकशन से लड़ने में सहायक होती है और Food Poisoning से निजात दिलाती है। 
  • नींबू– इसमें anti – inflammatory, antiviral, anti – parasitic विशेषताएँ होती हैं, जिसे Food Poisoning को दूर करने में कारगर माना जाता है। आप नींबू की चाय पी सकते हैं। 
  • अदरक–  अदरक में anti – inflammatory विशेषताएँ होती हैं जो की  Food Poisoning के लक्षणों जैसे उल्टी और दस्त को कम करने में सहायक माना जाता है। आप अदरक की चाय पी सकते हैं, पुदीने की चाय को भी लाभकारी माना जाता है। 
  • इसके अलावा लहसुन और जीरे के सेवन को भी Food Poisoning में लाभकारी माना गया है। 
  • अधिक से अधिक से आराम करें , हल्का भोजन खाएं और पूरी तरह सही होने के पश्चात ही काम पर वापस जाएँ। 

फूड पोइज़ेनिंग से बचाव

फूड पोइज़ेनिंग से बचाव

Food Poisoning से बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें –

  • साफ – सफाई का ध्यान रखें और स्वच्छता के साथ खाना पकायें। 
  • कच्चे मांस, अंडे, दूध और इससे बने हुए उत्पाद, ताजे बने खाने इत्यादि को अलग– अलग रखें जिससे cross – contamination नहीं होता है। 
  • कच्चे सब्जी, फल को छीलने और खाने से पहले अच्छे से धो लें। 
  • मांसहारी और सी फूड को सही तापमान पर अच्छे से पकायें। 
  • फ़्रोजेन फूड को सही तापमान पर स्टोर करें। 
  • खाना पकाने से पहले बर्तनों और आस पास की जगह को अच्छे से साफ करें।

Food Poisoning होने पर किन – किन बातों का ध्यान रखें

कोशिश करें की Food Poisoning न हो, लेकिन यदि आप बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं तो निम्न बातों का अनुसरण करें जिससे इस समस्या का जल्द – से जल्द निवारण हो सकें और आप पूर्णतया ठीक हो सकें –

  • हाइड्रेटेड रहे। 
  • हल्का खाना जैसे गरम सूप या खिचड़ी खाये जो की पचाने में आसान होता है। 
  • मसालेदार, तैलीय, दूध से बने हुए खाद्य पदार्थों और चाय और कॉफी का सेवन न करें। 
  • साफ – सफाई का ध्यान रखें,Food Poisoning संक्रामक हो सकती है इसलिए स्वस्थ लोगों से दूरी बना कर रखें।

निष्कर्ष

अंत में Food Poisoning, दूषित भोजन खाने या पानी पीने से होता है और इस लेख में हमने Food Poisoning meaning in Hindi के बारें में जाना है। इससे लक्षण, पेट दर्द, उल्टी और दस्त होना, कमजोरी महसूस करना, और बुखार होना हैं। यह बीमारी घातक नहीं लेकिन आम लोगों की अपेक्षा  65 वर्ष या अधिक आयु के बुजुर्ग, 5 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं,वे लोग जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, ज्यादा प्रभावित होते हैं।

Food Poisoning को घरेलू उपचार और over – the – counter – drugs से किया जा सकता है, परंतु फिर भी डॉक्टर की सलाह लें। समस्या के आने से पहले ही आप इससे बचे, स्वच्छ जीवन शैली को अपनायें और अपने खान – पान का ध्यान रखें।  

प्रश्नोत्तर 

Food Poisoning की समस्या कितने समय तक रहती है?

Food Poisoning के लक्षण संक्रमित होने के कुछ घंटों में दिखाई देने लगते हैं तथा या समस्या कुछ घंटों से लेकर 24 घंटों तक रहती हैं। इस समस्या से पूर्णतया निजात पाने में अधिकतम 5 से 7 दिन लग जाते हैं। 

Food Poisoning के लक्षण क्या हैं?

Food Poisoning के लक्षण –कमजोरी महसूस करना,पेट में दर्द होना तथा मरोड़ उठना, उल्टियाँ होना,डायरिया,बुखार, सिर दर्द होना,मांसपेशियों में दर्द होना हैं। 

Food Poisoning में कौन सी दवाएं आराम देती हैं?

Food Poisoning होने पर over – the counter – drugs Loperamide, Bismuth subsalicylate, metoclopramideका सेवन किया जा सकता है, परंतु इन्हें लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इसके साथ – साथ Food Poisoning के कई घरेलू उपचार भी हैं। 

Food Poisoning से कैसे बचें?

Food Poisoning से बचने के लिए साफ – सफाई का ध्यान रखें, cross – contamination न होने दें, अस्वच्छता से बना हुआ बाहर का खाना न खाएं, दूषित पानी न पिये और खाने को उचित रूप से पकायें।

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