भारत की सबसे लंबी नदी | शीर्ष 10 Bharat ki Sabse Lambi Nadiyo की सूची
Bharat Ki Sabse Lambi Nadi: अनेक प्रकार की विविधताओं को समेटे हुए भारत एक ऐसा देश है जहाँ से अनेकानेक नदियाँ निकलती है। गंगा जैसी भारत की सबसे लंबी नदी और ब्रम्हपुत्र जैसी विशाल नदियों के साथ भारत में सैकड़ों छोटी बड़ी नदियाँ बहती हैं, जिसकी वजह से भारत को नदियों की भूमि भी कहा जाता है। आपको बताते चलें, भारत में कुल 200 से अधिक छोटी – बड़ी नदियाँ हैं। यदि आप भारत की नदियों के बारे में डिटेल में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें।
भारत में बहने वाली नदियाँ या तो हिमालयी होती हैं या प्रायद्वीपीय, इसके अलावा कुछ नदियाँ मुख्य नदियों की सहायक होती हैं। इन नदियों से बहने वाले पानी से भारत की कृषि की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही साथ इनका उपयोग बिजली बनाने, पर्यटन, जलमार्ग परिवहन आदि में किया जाता है। इस प्रकार नदियाँ देश की अर्थव्यवस्था के विकास में अहम योगदान देती हैं। गंगा bharat ki sabse lambi nadi और दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी है।
Table of Contents
शीर्ष 10 Bharat Ki Sabse Lambi Nadiya
नदी | उद्गम स्थल | भारत में लंबाई (किमी) | कुल लंबाई (किमी) |
सिन्धु | कैलाश रेंज, तिब्बत | 1114 | 3180 |
ब्रम्हपुत्र | एंगसी ग्लेशियर, तिब्बत | 916 | 2900 |
गंगा | गंगोत्री | 2525 | 2525 |
गोदावरी | त्र्यंबकेश्वर, महाराष्ट्र | 1464 | 1465 |
यमुना | यमुनोत्री | 1376 | 1376 |
नर्मदा | अमरकंटक, मध्य प्रदेश | 1312 | 1312 |
कृष्णा | महाबलेश्वर | 1300 | 1300 |
महानदी | छत्तीसगढ़ | 890 | 890 |
कावेरी | तालकवेरी | 800 | 800 |
ताप्ती | सतपुड़ा रेंज | 724 | 724 |
भारत की सबसे लंबी नदी- शीर्ष 10 सूची
सिन्धु और ब्रम्हपुत्र सबसे लम्बी नदियों में गिनी जाती हैं परंतु इनका अधिकांश भाग भारत के बाहर है अतः अगर बात की जाए bharat ki sabse lambi nadi kaun si hai तो इसका सही जवाब गंगा नदी होगी। गंगोत्री ग्लेशियर से निकलने वाली यह नदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है और इसकी कुल लंबाई 2525 किमी हैं। नीचे टाॅप 10 भारत की सबसे लंबी नदी की विस्तृत जानकारी दी गयी है-
भारत की सबसे लंबी नदी- गंगा नदी
भारत की सबसे छोटी नदी- अरवरी नदी, राजस्थान (90 किमी.)
सिन्धु नदी
सिन्धु नदी का उद्गम स्थल मानसरोवर झील है। इस नदी का बड़ा ही ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता सिंधु नदी पर ही आधारित है। सिंधु नदी की कुल लंबाई 3180 किमी है हालांकि, भारत की अंदर इसका विस्तार केवल 1114 किमी तक ही है।
सिन्धु लद्दाख, गिलगित, बालिस्टान से होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करती है। सिन्धु जल समझौता के अनुसार, भारत सिन्धु नदी का सिर्फ 20 फीसदी पानी ही इस्तेमाल कर सकता है।
लेह और स्कार्दू शहर सिंधु नदी के किनारे बसे शहर है। सिंधु नदी की कुछ प्रमुख सहायक नदियाँ झेलम, चिनाब, रावी, व्यास, सतलज, काबुल नदी हैं।
ब्रम्हपुत्र नदी
ब्रम्हपुत्र भारत की सबसे चौड़ी नदी है जिसका उद्गम स्थल तिब्बत में हिमालय का एंगसी ग्लेशियर है। तिब्बत और चीन में, इस नदी का नाम यारलुगं त्संगपो है। भारत में अरूणाचल प्रदेश से प्रवेश करते हुए, ब्रम्हपुत्र नदी असम से होते हुए बंग्लादेश में प्रवेश करती है और बंगाल की खाड़ी में समाप्त होती है। ब्रम्हपुत्र को असम की जीवन रेखा माना जाता है, इसके द्वीपों पर रहने वाले लोगों की संख्या 6 लाख से भी अधिक है।
ब्रम्हपुत्र भारत की एक मात्र ऐसी नदी है जिसका लिंग पुरूषों पर आधारित है। भारत के भीतर इसकी कुल लंबाई 916 किमी है, हालाँकि, इसकी कुल लंबाई 2900 किमी है। दिबांग, तीस्ता, मानस, रैडक, लोहित, धनसिरी आदि नदियाँ ब्रम्हपुत्र की सहायक नदियाँ है।
गंगा नदी
गंगा नदी उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर उद्भवित होती हैं और यह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती हैं। यह हिंदुओं की सबसे पवित्र नदी है, लोग इसकी पूजा गंगा देवी के रूप में करते है। गंगा नदी भारत के कुल भौगोलिक भाग के एक चौथाई हिस्से में बहती है, और यह लाखों लोगों के जीने का सहारा है।
अगर बात की जाए कि भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है तो वह गंगा नदी ही है और यह दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी है। गंगा की कुल लंबाई 2525 किमी है जिसकी मुख्य धारा उत्तराखंड के देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा नदियों के संगम से शुरू होती है।
गंगा नदी के तट पर बसे प्रमुख शहर हरिद्वार, ऋषिकेश, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, पटना, भागलपुर, मालदा आदि है। गंगा का विशाल रूप प्रयागराज में देखा जा सकता है जहाँ यमुना के साथ मिलकर यह त्रिवेणी बनाती है।
गंगा नदी पश्चिम बंगाल में भागीरथी और हुगली नामक दो सहायक नदियों में बंट जाती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। गंगा की एक धारा बंग्लादेश होकर गुजरती है जिसे पद्मा नदी के नाम से जाना जाता है।
गोदावरी नदी
गोदावरी नदी महाराष्ट्र के त्र्यंबक नामक स्थान से निकलती है और यह दूसरी भारत की सबसे लंबी नदी है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिसा, तेलगांना, और आंध्र प्रदेश से होकर बंगाल की खाड़ी तक बहने वाली इस नदी की लंबाई 1465 किमी है। गोदावरी नदी को दक्षिण भारत की गंगा, “वृध्द गंगा”, “दक्षिण गंगा” आदि के नाम से भी जाना जाता है।
गोदावरी कई सदियों से पूजनीय रही है और यह भारत की कुल भौगोलिक एरिया का 10 फीसदी हिस्सा कवर करती है। इस नदी के किनारे बसे प्रमुख शहर नासिक, नादेंड, निजामाबाद, राजमुद्रीं आदि हैं।
गोदावरी नदी बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले सात मुख बनाती है जिन्हे हिन्दुओं में पवित्र माना जाता है। इन सात मुखों के नाम तुल्यभागा, अत्रेय, गौतमी, वृद्धगौतमी, भारद्वाजा, कौशिका, वशिष्ठ हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि रिषी गौतम द्वारा भगवान शिव के सिर से गोदावरी का पवित्र पानी लाया गया है।
यमुना नदी
यमुना नदी उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से उत्पन्न होती हैं जो कि उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राज्यों से होकर बहती है। यमुना प्रयागराज में गंगा नदी के साथ मिलकर संगम बनाते हुए समाप्त हो जाती है। इसकी कुल लम्बाई 1376 किमी है और यह गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी है। bharat ki sabse lambi nadiyon में यमुना नदी का नाम तीसरे स्थान पर आता है।
हिंडन, शारदा, गिरि, ऋषिगंगा, चंबल, बेतवा, केन, सिंध, टोंस आदि यमुना की प्रमुख सहायक नदियाँ है। कई स्थानों पर यमुना को जमुना नाम से भी जाना जाता है। यह नदी समुद्र में नही गिरती बल्कि गंगा में मिलकर समाप्त होती है।
नर्मदा नदी
नर्मदा नदी पश्चिम दिशा की ओर बहने वाली सबसे बड़ी नदी है और इसे रीवा के नाम से भी जाना जाता है। नर्मदा नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक के पर्वतों से निकलती है और यह भारत की सात पवित्र नदियों में से एक है। नर्मदा नदी का उल्लेख रामायण, महाभारत और पुराणों में कई बार किया गया है।
नर्मदा 1312 किमी की दूरी तय करने के बाद खम्भात की खाड़ी, अरब सागर में मिलती है। मध्यप्रदेश और गुजरात से होकर गुजरने के कारण इसे वहाँ की जीवन रेखा के तौर पर देखा जाता है। नर्मदा जबलपुर के भेड़ाघाट में धुँआदार जलप्रपात बनाती है।
नर्मदा नदी के किनारे बसे प्रमुख शहर अमरकंटक, डिडौरी, मंडला, जबलपुर, होशंगाबाद, बड़ोदरा, धर्मपुरी, भरूच आदि हैं।
कृष्णा नदी
कृष्णा नदी का उद्गम महाराष्ट्र के महाबलेश्वर के पास पश्चिमी घाट से हुआ है। यह एक प्रायद्वीपीय नदी है जो महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलगांना, आंध्र प्रदेश राज्यों से होकर गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इस नदी को कृष्णावन भी कहा जाता है और इसकी कुल लंबाई 1300 किमी है।
तुंगभद्रा, भीमा, कोयाना, वर्ना, पञ्चगंगा, घटप्रभा, मालप्राभा, दूधगंगा, मुसी आदि कृष्णा नदी की सहायक नदियाँ हैं। कृष्णा नदी के किनारे विजयवाड़ा और इसकी सहायक नदी मूसी के किनारे हैदारबाद शहर स्थित है। इस नदी पर दो विशाल जल प्रपात बने हुए हैं।
महानदी
महानदी छत्तीसगढ़ के रायपुर के सिहावा पहाड़ों से निकलती है और यह छत्तीसगढ़ और उड़ीसा राज्यों से होकर बहती है। महानदी का नाम संस्कृत के दो शब्दों “महा” और “नदी” से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- महान नदी। महानदी के अलावा इसे महानन्दा और नीलोत्पला के नाम से भी जाना जाता है। 890 किमी लम्बी महानदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
ओडिशा के संबलपुर शहर के पास महानदी पर हीराकुण्ड बांध बनाया गया है। इस बांध के पीछे 55 किमी लम्बा हीराकुण्ड जलाशय है जो एशिया की सबसे लम्बी कृत्रिम झीलों में से एक है।
महानदी पैरी और सोढुल नदियों से जल ग्रहण कर विशाल रूप धारण कर लेती है और ओडिशा में भयकंर बाढ का कारण बनती है। जिसकी वजह से इसे उड़ीसा का संकट भी कहा जाता है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ शिवनाथ, हसदो, मांड, ईब, तेल, केलों, जोंक आदि हैं।
कावेरी नदी
800 किमी लम्बी कावेरी नदी तमिलनाडु की सबसे बड़ी नदी है। यह कर्नाटक के कोडागु जिले के तालकवेरी में पश्चिमी घाट के ब्रम्हगिरी रेंज से निकलती है और कर्नाटक व तमिलनाडु राज्यों से दक्षिण- पूर्वी दिशा में बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इस नदी के पानी का व्यापक उपयोग कृषि कार्यों मे होता है। यह दक्षिण भारत की एक पवित्र नदी है। कावेरी दक्षिण पश्चिम मानसून और उत्तर पूर्वी मानसून दोनो से वर्षा का जल प्राप्त करती हैं अतः यह पूरे वर्ष जल से भरी होती है।
कावेरी नदी के किनारे स्थित प्रमुख शहर तालकवेरी, भागमंदला, जितेमद्र, श्रीरंगापट्ना, श्रीरंगापट्ना, मुथथी, मेकेदातु, Hogenakkal, मेट्टूर, भवानी, इरोड, करुर, नमक्कल, तिरुचिरापल्ली, तंजावुर, कुंभकोणम आदि हैं।
कावेरी की प्रमुख सहायक नदियाँ लक्ष्मण तीर्थ, काबिनी, सुवर्णा वती, भवानी, अमरावती, हरंगी, हेमवती, शिमशा, करवाती आदि हैं।
ताप्ती नदी
ताप्ती नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के सतपुड़ा रेंज से निकलती है और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों से होते हुए अरब सागर में जाकर मिल जाती है। 724 किमी लम्बी ताप्ती नदी भारत की एक प्रायद्वीपीय नदी है और यह पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है। इस नदी का दूसरा नाम तापी है तथा इस नदी की तीन सहायक नदियाँ – पूर्णा, गिरना और पंजहरा हैं। इसे सूर्यपुत्री के नाम से भी जाना जाता है।
ताप्ती की सहायक नदियाँ पूर्णा, गिरना, गोमई, पंजारा, पेधी, अनेर, मोरना आदि हैं। इस नदी के किनारे स्थित प्रमुख शहर सूरत, बुरहानपुर, भुसावल, बैतूल, नन्दुरबार आदि हैं।
ताप्ती रिफ्ट घाटी का निर्माण करती है और अपने मुहाने पर यह ज्वारनदमुख बनाती है।
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Conclusion
दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हमने आपको शीर्ष 10 bharat ki sabse lambi nadiyo के बारे में डिटेल जानकारी दी। आशा करता हूँ भारत की सबसे लंबी नदी के बारे में जानकर आपको कुछ नया और अच्छा सीखने को मिला होगा। इस ज्ञानवर्धक लेख को अपने दोस्तों और घर परिवार के सदस्यों के साथ जरूर शेयर करें।
FAQ
भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी हैं?
भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा नदी है जिसकी लम्बाई 2525 किमी है और यह उत्तराखंड के गंगोत्री नामक ग्लेशियर से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
भारत की दूसरी सबसे बड़ी नदी कौन सी है?
भारत की दूसरी सबसे बड़ी नदी गोदावरी है, इसे दक्षिण की गंगा के नाम से जाना जाता है। इसकी लम्बाई 1464 किमी है, यह तेलगांना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ होते हुए बंगाल की खाड़ी में मिलती है।
भारत की सबसे लंबी और चौड़ी नदी कौन सी है?
Bharat Ki Sabse Lambi Nadi गंगा है और सबसे चौड़ी नदी ब्रम्हपुत्र है जो नार्थ- ईस्ट भारत में बहती है।
दुनिया की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
6650 किमी लम्बी नील नदी दुनिया की सबसे लंबी नदी है यह नार्थ- ईस्ट अफ्रीका में बहती है।
एशिया की सबसे बड़ी नदी का नाम क्या है?
चीन में बहने वाली यांगत्जी नदी एशिया की सबसे बड़ी नदी है। इसकी लंबाई 6300 किमी है, यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी नदी है।