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Demat Account Kya Hai? कितने प्रकार के होते है, कैसे खोलें, इसके लाभ?

दोस्तो, आपने डीमैट अकाउंट का नाम तो सुना ही होगा, परन्तु क्या आप जानते है कि Demat Account Kya Hai, हालांकि शेयर मार्केट में रूचि रखने वाले लोगो को इसके बारे में कुछ बहुत जानकारी होगी। इस लेख में हम आपको demat account kya hota hai in hindi बताने जा रहे है जिससे आप, इस टर्म से भली-भाँति वाकिफ हो जाएं।

Demat Account Kya Hai?

Demat Account kya hai

डीमैट अकांउट एक बैंक अकांउट की तरह कार्य करता है, जहां शेयर व अन्य प्रतिभूतियों को इलेक्ट्राॅनिक प्रारूप में रखा जाता है। यह शेयर, बान्ड, IPO, ई-गोल्ड, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर, प्रतिभूतियां (Securities), म्यूचल फंड, बीमा, ईटीएफ जैसे निवेशों को आसान और सुरक्षित तरह से स्टोर करता है। आप एक डीमैट अकांउट शून्य बैलेंस के साथ भी खोल सकते है।

Demat Account सभी वित्तीय प्रतिभूतियों के रखरखाव को नियंत्रित करता है। यह कागजी शेयरों और उससे सम्बन्धित दस्तावेजों के रखरखाव की परेशानियों को दूर करता है। साथ ही यह स्टाॅक मार्केट कार्यो को सुरक्षित, तेज, error free तरीके से करने में सहायता करता है। 

अब, स्टाॅक मार्केट तथा अन्य वित्तीय प्रतिभूतियों में ट्रेड / निवेश हेतु डीमैट अकाउंट का होना अति आवश्यक है, यह आपके द्वारा किये गये लेन-देन और ट्रेड का इलेक्ट्राॅनिक रिकार्ड रखता है।

आप अपना डीमैट अकाउंट बैंक, डिस्काउंट ब्रोकर, पूर्ण सेवा दलाल, ऑनलाइन प्लैटफार्म एवं अन्य वित्तीय संस्थान में कुछ शुल्क के साथ खोल सकते है। यह शुल्क 0 से 500 रूपये तक होता है, तथा कुछ मामलों में यह उससे अधिक भी हो सकता है।

Types of Demat Account | डीमैट अकाउंट के प्रकार

Types of Demat Account

डीमैट खाते मुख्यतः तीन प्रकार के होते है। demat account kya hai जानने के बाद इसके प्रकार जानना भी आवश्यक हो जाता है जो निम्नवत है-

1. रेग्युलर डीमैट खाता (Regular Demat Account)

रेग्युलर डीमैट अकाउंट किसी भी डिपाॅजिट्री CDSL या NSDL पर रजिस्टर्ड ब्रोकर के साथ खुलवा सकते है। यह भारतीय निवेशको के लिए है, जो भारत के स्टाॅक मार्केट में निवेश करते है।

2. रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट (Repatriable Account)

रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट NRIs के लिए होते है, जिसके जरिये गैर-भारतीय नागरिक भारतीय शेयर बाजार में निवेश तथा ट्रेड कर सकते हैं। निवेशक और ट्रेडर्स इस अकाउंट के जरिये विदेश में फंड ट्रांसफर भी कर सकते है, यदि उनके पास NRE बैंक खाता है। इस खाते को संयुक्त रूप से भी खोला जा सकता है, बशर्ते वह भारतीय नागरिक होने चाहिए, हालांकि वे कही भी रहते हो। इस तरह के खाते में नामिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध होती है।

3. नॉन-रिपाट्रिएबल अकाउंट (Non-repatriable Demat Account)

इस तरह के खाते के लिए NRO खाते की आवश्यकता होती है और यह खाता सिर्फ गैर-भारतीय (NRIs) के द्वारा ही खोला जा सकता है। इस खाते से विदेश में फंड ट्रांसफर नही किये जा सकते है। इस प्रकार के खाते उनके लिए उपयुक्त होते है जिनकी कमाई भारत में तथा विदेश में दोनो जगहों पर होती है।

डीमैट अकाउंट के फायदे

  1. डीमैट अकाउंट में सभी प्रतिभूतियाँ (Securities) इलेक्ट्रानिक रूप मे होती है अतः धोखाधड़ी, चोरी, रखरखाव में खर्च, क्षति आदि का खतरा नही होता है।
  2. लेन-देन प्रभावी रूप से कही से भी, कम समय में तथा सुरक्षित तरीके से होता है।
  3. वित्तीय प्रतिभूतियों में अलग-अलग निवेश (शेयर, म्यूचल फंड, IPO, बान्ड आदि के लिए एक प्लैटफार्म।
  4. डीमैट खाते में आटोमैटिक अपडेट मिलती रहती है, तथा महीने के अन्त में खाते में लेन-देन के इलेक्ट्राॅनिक रिकार्ड मेल के जरिये प्राप्त होते रहते है।
  5. सभी प्रकार के ट्रेड तथा लेन-देन पारदर्शी तरीके से कुछ सेंकेड में हो जाते है तथा बाजार पर नजर बनाये रखने में ये सहायक होते है।
  6. न्यूनतम कागजी कार्यवाही, भौतिक रिकार्डों की आवश्यकता न होने से निवेशको को किसी भी स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान नही करना पड़ता है।

डीमैट खाता कैसे खोलें | How to Open Demat Account?

How to Open Demat Account?

आफलाइन प्रासेसः अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते है तो आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। इसके लिए आप किसी बैंक या ब्रोकरेज फर्म जो कि SEBI के साथ पंजीकृत हो उसे चुने। बेहतर प्लैटफार्म का चुनाव करने के लिए उनकी सेवाएं तथा उन पर लागू शुल्क की तुलना करें।

  • डीमैट अकाउंट क्या है, जानें तथा इसे खोलने से सम्बन्धित आवेदन पत्र भरें।
  • आवेदन पत्र के साथ KYC हेतु दस्तावेज जैसे- पहचान प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, पैन कार्ड आदि जरूरी है।
  • आपको खाता खोलने का शुल्क, खाता रखरखाव शुल्क आदि का भुगतान करना होता है। कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा वेरिफिकेशन किया जाता है जिसके उपरान्त आपको खाता विवरण प्रदान किये जाते है और आपका खाता चालू हो जाता है।

Online Account Opening Process

  • डिपाॅजिटरी फर्म का चयन करें।
  • कंपनी की आफिशियल वेबसाइट पर जाएं तथा बेसिक जानकारी भरें। आप चाहें तो हेल्पलाॅइन नम्बर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • आपके मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा जिसे दर्ज करें।
  • अब आपको आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
  • सभी प्रकार के शुल्क एक साथ जमा करने की सुविधा उपलब्ध होती है, जिन्हे जमा करना आवश्यक है।
  • इसके बाद, आपका डीमैट अकाउंट संचालित होने के लिए तैयार है।

आप एक से अधिक डीमैट अकाउंट खोल सकते है परन्तु किसी एक कंपनी में एक व्यक्ति द्वारा अधिकतम 3 डीमैट अकाउंट ही खोले जा सकते है। इसके साथ ही, आप अपना डीमैट अकाउंट किसी और को ट्रांसफर नही कर सकते हैं, जबकि आप इसमें सुरक्षित रखे शेयर और प्रतिभूतियों को किसी अन्य डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

ये भी पढ़े – Mutual Fund Kya Hai

Conclusion

डीमैट, डीमटेरियलाइज्ड का संक्षिप्त रूप है। यह एक खाता है जिसमें वित्तीय प्रतिभूतियां इलेक्ट्रानिकली स्टोर की जाती है। बाजार निवेशकों तथा ट्रेडर्स के लिए यह खाता पहला और आवश्यक कदम है। स्टाॅक मार्केट कई लोगो के लिए आय का स्त्रोत है और यह लोगो को बेहतर रिटर्न्स के साथ कम समय में समृद्धि प्रदान कर सकता है।

आशा करता हूँ demat account kya hota hai in hindi में यह लेख आपको पंसद आया होगा तथा आपको डीमैट अकाउंट के बारे में काफी कुछ जानने को मिला होगा। demat account kya hai यह आपने तो जान लिया, अब इस जानकारीपूर्ण लेख को अपने दोस्तों तथा घर परिवार के सदस्यो के साथ Share करें।

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