यहां हम टॉप 10 एयर डिफेंस सिस्टम (Top 10 Air Defense System) के बारे में बात करेंगे। एयर डिफेंस सिस्टम विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके आकाश में उड़ते हुए दुश्मन विमानों और मिसाइलों को रोकने और मारने के लिए बनाए जाते हैं। ये सिस्टम दुनिया भर में विभिन्न देशों द्वारा उपयोग किए जाते हैं और उनकी सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
1. S-400 ट्रायम्फवायुरक्षाप्रणाली – रूस

S-400 ट्रायम्फ वायुरक्षा प्रणाली रूस द्वारा विकसित एक उन्नत वायुरक्षा प्रणाली है। यह रूसी सेना की एक प्रमुख वायुरक्षा प्रणाली है जो आकाशीय हमलों से देश को संरक्षित रखती है।
यह प्रणाली सुविधाजनक होने के साथ-साथ अत्यंत सक्षम भी है। इसमें अलग-अलग प्रकार के मिसाइल उपयोग किए जाते हैं, जिनमें लघु क्रमशः 400 किलोमीटर तक के रेंज वाले 9M96 मिसाइल और 400 किलोमीटर से अधिक के रेंज वाले 40N6 मिसाइल शामिल हैं।
इस प्रणाली की एक ख़ास बात यह है कि यह सेना की विभिन्न प्रकार की वायुसेनाओं और मिसाइलों को एक साथ ट्रैक कर सकती है। इसके अलावा, यह स्वत: बल रेडी होती है जिसका अर्थ होता है कि यह अत्यंत त्वरित होकर आकाशीय हमले को रोक सकती है।
इस प्रणाली को रूस के अलावा भारत, चीन और तुर्की जैसे देशों ने खरीदा है। इसकी वजह से यह विश्व की सबसे शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली में से एक है।
2. THAAD वायुरक्षाप्रणाली – अमेरिका

THAAD वायुरक्षा प्रणाली अमेरिका द्वारा विकसित एक उन्नत वायुरक्षा प्रणाली है। इस प्रणाली का पूरा नाम Terminal High Altitude Area Defense है जिसे संक्षिप्त रूप से THAAD कहा जाता है।
THAAD वायुरक्षा प्रणाली आकाशीय हमलों से देश को संरक्षित रखने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें अत्यंत सक्षम रेडार और उन्नत मिसाइल तकनीक का उपयोग किया जाता है।
THAAD में उपयोग किए जाने वाले मिसाइलों की रेंज 200 किलोमीटर से भी अधिक होती है और यह अत्यंत त्वरित होकर आकाशीय हमले को रोक सकती है। इस प्रणाली को अमेरिका ने दुनिया में सबसे शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली में से एक बनाया है।
इस प्रणाली का उपयोग अमेरिकी सेना द्वारा किया जाता है और इसके अलावा सौदी अरब, तुर्की और दक्षिण कोरिया जैसे कई अन्य देश भी इसका उपयोग करते हैं। इस प्रणाली की वजह से अमेरिका ने अपनी सुरक्षा को एक नई ऊंचाई पर ले जाने में सफलता हासिल की है।
3. PAC-3 मिसाइलइंटरसेप्टर – अमेरिका

PAC-3 मिसाइल इंटरसेप्टर अमेरिका द्वारा विकसित एक उन्नत मिसाइल प्रणाली है जो आकाशीय हमलों को रोकने में सक्षम है। PAC-3 का पूरा नाम Patriot Advanced Capability-3 है जो अमेरिकी सेना द्वारा विकसित किया गया है।
PAC-3 मिसाइल प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले मिसाइल रेंज के साथ 100 किलोमीटर से भी अधिक की समुद्री सीमा तक कवर करते हैं। इस प्रणाली में संक्षिप्त समय में मिसाइल लॉन्च करने और हमले को रोकने की क्षमता होती है।
PAC-3 मिसाइल प्रणाली अत्यंत सक्षम रेडार और उन्नत मिसाइल तकनीक का उपयोग करती है जो हमले की गति और उसके वायुमंडल में कम या अधिकतम संख्या में मिसाइलों की गतिविधियों को नियंत्रित करने में सक्षम होती है।
PAC-3 मिसाइल प्रणाली का उपयोग अमेरिकी सेना द्वारा किया जाता है। इसके अलावा कुछ अन्य देशों जैसे कि जापान, कुवैत और ताइवान इस प्रणाली का उपयोग करते हैं।
4. आकाश मिसाइलविस्तारप्रणाली – भारत

आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली भारत सरकार द्वारा विकसित एक उन्नत वायुरक्षा प्रणाली है। इस प्रणाली का उपयोग आकाश मिसाइलों को रोकने और उन्हें तबाह करने से बचाने के लिए किया जाता है। इस प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले मिसाइल एक शक्तिशाली रेडार और उन्नत मिसाइल तकनीक का उपयोग करते हुए हमलों को रोकने में सक्षम होते हैं।
आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली दो तरह की मिसाइलों का उपयोग करती है, पहली होती है लोअर एडेंट विस्तार (LRSAM) और दूसरी होती है मीडियम रेंज सम विस्तार (MRSAM)। LRSAM का उपयोग लद्दाख और अन्य अतिउच्चतम स्थानों के लिए किया जाता है, जबकि MRSAM नौसेना और वायुसेना के लिए उपयोग किया जाता है।
आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली को भारत की विकासशील लड़ाई और आत्मनिर्भर भारत के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जाता है। यह प्रणाली भारत में विकसित होने के साथ-साथ देश के समर्थन में उन्नत मिसाइल तकनीक का भी प्रयोग करती है। आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली ने पिछले कुछ सालों में कई बार सफलतापूर्वक विभिन्न परीक्षणों का सामना किया है।
इस प्रणाली के मिसाइल बेहद शक्तिशाली होते हैं और अत्यधिक स्पीड और ऊंचाई से हमलों को रोकने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा, इस प्रणाली के मिसाइलों का एक अन्य फायदा यह है कि वे विभिन्न प्रकार के हमलों के खिलाफ रक्षा कर सकते हैं।
आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली के मुख्य लक्ष्यों में से एक है दुश्मन विमानों को ध्वस्त करना। इस प्रणाली के मिसाइल अत्यधिक तेज गति से हमलों को अपनी निश्चित गति पर रोकते हैं और उन्हें तबाह करते हैं।
5. SAMP/T वायुरक्षाप्रणाली – फ्रांस

SAMP/T (Sol-Air Moyenne Portée/Terrain) फ्रांस की एक शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली है जो सामान्यतः मध्य दूरी के हमलों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है। यह प्रणाली संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस के संयुक्त उत्पादन से निर्मित हुई है।
SAMP/T वायुरक्षा प्रणाली को अपने एक्सेलेंस फैमिली के रूप में जाना जाता है जो फ्रांस की सेना के लिए बनाया गया है। इस प्रणाली में सामान्यतः Aster 30 नाम के मिसाइल इस्तेमाल किए जाते हैं जो बहुत दूर तक हमलों को रोक सकते हैं। SAMP/T वायुरक्षा प्रणाली के मुख्य लक्ष्यों में से एक है दुश्मन विमानों और एक्सेलेरेटेड बॉलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ रक्षा करना। इस प्रणाली में निर्देशित ऊंचाई पर मिसाइलें ऊपर से नीचे गिरते हुए हमलों को पकड़ती हैं और उन्हें तबाह करती हैं।
6. HQ-9 वायुरक्षाप्रणाली – चीन

HQ-9 (HongQi-9) चीन की एक शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली है। इस प्रणाली में सामान्यतः एक बड़ी रेंज वाला स्थूलकाय अंतर्राष्ट्रीय बहु-उदासीन रेंज विमान मिसाइल का उपयोग किया जाता है जो बहुत दूर तक जाकर दुश्मन विमानों को उड़ा सकता है।
HQ-9 वायुरक्षा प्रणाली के बहुत सारे अनुभाग होते हैं जिनमें से प्रमुख हैं रेडार, मिसाइल लॉन्चर, मिसाइल सिस्टम, फायर कंट्रोल सेंटर आदि। इस प्रणाली को चीन ने अमेरिका के MIM-104 पेट्रियोट वायुरक्षा प्रणाली को आधार बनाकर तैयार किया है।
HQ-9 वायुरक्षा प्रणाली में निर्देशित ऊंचाई पर मिसाइलें ऊपर से नीचे गिरते हुए हमलों को पकड़ती हैं और उन्हें तबाह करती हैं। यह प्रणाली चीन के बाहर भी बेची जा रही है।
HQ-9 वायुरक्षा प्रणाली चीन के विभिन्न सेना अंगों में उपयोग किया जाता है। इसके मिसाइलों की तेज गति, अधिकतम तैराकी क्षमता और सुरक्षा विशेषताएं इसे एक शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली बनाती हैं।
7. Iron Dome वायुरक्षाप्रणाली – इजराइल

इजराइल द्वारा बनाई गई आयरन डोम वायुरक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे सफल वायुरक्षा प्रणालियों में से एक है। यह रॉकेट हमलों से रक्षा करने के लिए बनाई गई है और इसका उद्देश्य इजराइल की आस्था, नागरिकों और सैनिकों को सुरक्षित रखना है। इस प्रणाली का नाम “आयरन डोम” उस समय रखा गया था जब यह प्रणाली अमेरिकी ड्रीम डोम प्रणाली का एक तर्क हुआ था।
आयरन डोम के दो भाग होते हैं – सेंसर और इंटरसेप्टर। सेंसर निश्चित करता है कि आतंकी हमला किस दिशा से आ रहा है और इंटरसेप्टर हमले को रोकने के लिए समय रहते हुए उसे नष्ट कर देता है। इंटरसेप्टर रॉकेट को एक रोबोटिक स्पष्ट करने वाले तख्ते से उड़ान भरनी शुरू कर देता है और उसे हमले के निशान पर ले जाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस प्रणाली को तेज निर्णय लेने वाली क्षमता होती है, जो इसे रॉकेट हमलों के निशान के तौर पर उपयोग में लाने की क्षमता देती है।
आयरन डोम वायुरक्षा प्रणाली का उद्देश्य अधिकतम रक्षा प्रदान करना होता है। यह इजराइल में विकसित किया गया था और उस समय से ही यह इजराइल की रक्षा की मुख्य ताकतों में से एक है।
8. MIM-104F पेत्रियोटवायुरक्षाप्रणाली – अमेरिका

MIM-104F पेत्रियोट वायुरक्षा प्रणाली एक बड़ी स्केल पर विस्तृत रूप से तैयार की गई है जो सीमावर्ती रूप से स्थापित की जाती है। यह अमेरिका के रेयथॉन ट्रेड नाम से भी जानी जाती है। पेत्रियोट वायुरक्षा प्रणाली नाभि और स्थानीय आधार दोनों पर निर्भर करती है। यह आकाश में घुमते हुए मिसाइलों को ट्रैक करने के बाद उन्हें नष्ट करता है और इस तरीके से दुश्मन देश की हमलों से अपनी रक्षा करती है। पेत्रियोट वायुरक्षा प्रणाली एक सफल वायुरक्षा प्रणाली है जो अमेरिका को दुनिया की सबसे शक्तिशाली देशों में से एक बनाती है।
9. S-300 वायुरक्षाप्रणाली – रूस

S-300 वायुरक्षा प्रणाली रूस की एक प्रमुख वायुरक्षा प्रणाली है जो सीमावर्ती रूप से स्थापित की जाती है। यह मुख्य रूप से वायु अभियानों से देश की रक्षा करती है। S-300 वायुरक्षा प्रणाली के पास स्थानीय और आंतरिक विस्तार की व्यापक श्रृंखला होती है जो इसे अपनी शक्तिशाली वायुरक्षा प्रणाली बनाती है। यह उच्च ऊंचाई से घुमती हुई मिसाइलों को भी निष्क्रिय कर सकती है।
S-300 वायुरक्षा प्रणाली अपनी क्षमताओं के लिए विख्यात है जो उसे दुनिया भर में बेहद महत्वपूर्ण बनाते हैं। यह रूस ने अपनी वायुसेना के लिए तैयार की गई है। इस प्रणाली के माध्यम से रूस अपनी आर्थिक, सामाजिक और संगठनात्मक स्थिति के लिए स्वतंत्र होती है।
10. रोलैंड वायु रक्षा प्रणाली – जर्मनी

रोलंड वायुरक्षा प्रणाली (Roland Air Defense System) एक जर्मन वायुरक्षा प्रणाली है जो सुविधाजनक एवं अस्थिर है। इस प्रणाली में तीन मुख्य उपकरण होते हैं: रोलंड 1, रोलंड 2 और फायटिंग विक्टरी इंफ्रारेड या FIM-92 स्टिंगर मिसाइल।
इस प्रणाली में रोलंड 1 और रोलंड 2 दो अलग-अलग संस्करण होते हैं, जो लक्ष्यों को खोज, नियंत्रण और नष्ट करने में सक्षम होते हैं। यह प्रणाली जमा किए गए संचार और संवेदनशीलता उपकरणों के अनुसार तैयार की जाती है।
रोलंड वायुरक्षा प्रणाली का निर्माण 1970 के दशक में हुआ था और यह समय से पहले एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रणाली था। इस प्रणाली के अधिकतम दायित्व उसकी सुरक्षा और रक्षा है, जो साथ ही इसे सेना की ओर से अधिक उपयोगी बनाता है। जर्मनी की सेना इस प्रणाली का उपयोग अपनी सुरक्षा के लिए करती है।
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Conclusion
इस लेख में हमने दुनिया की शीर्ष 10 वायुरक्षा प्रणालियों के बारे में जानकारी दी है। इन प्रणालियों का उद्देश्य दुश्मन देशों से आतंकवादी हमलों और हवाई हमलों का सामना करना होता है। इन प्रणालियों में से कुछ अमेरिका, रूस, इजराइल, चीन और फ्रांस जैसी तकनीकी शक्तियों द्वारा विकसित की गई हैं। भारत भी आकाश मिसाइल विस्तार प्रणाली जैसी प्रणालियों के विकास पर काम कर रहा है। इन प्रणालियों के माध्यम से दुनिया भर में लोगों की सुरक्षा और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जाती है।