Wonders of the World in Hindi | दुनिया के सात अजूबे हिंदी में (फोटो सहित)
दुनियाँ में कुछ चीजे ऐसी है जो अपनी बेमिशाल वास्तुकारी, बनावट, संरचना, अपनी ऊंचाइयों (विश्व की सबसे ऊंची मूर्तियाँ) आदि के कारण एक अजूबा है और इन्हे दोबारा बना पाना असंभव सा है। ये अजूबे Wonders of the World कहे जाते है। अगर आप इन अजूबों से अब तक अंजान है तो हम आपको इस लेख के जरिये Wonders of the World in Hindi में बताने जा रहे हैं। विश्व में कुल सात अजूबे हैं और ये वाक़ई अजूबे हैं जो कि अपनी ख़ूबसूरती और अद्भुत बनावट से आपको अचंभित कर देंगे।
ऐसा माना जाता है कि अजूबों को चुनने का सबसे पहले विचार 2200 साल पहले हेरोडोट्स और कल्लिमचुस को आया था जिन्होने विश्व के 7 अजूबों की एक लिस्ट बनायी गयी थी परन्तु समय के साथ वे original 7 wonders of the world नष्ट हो गये थे।
वर्ष 1999 में 7 अजूबों को चुनने की पहल स्विटजरलैण्ड के स्विस फांउडेशन (Swiss Foundation) द्वारा की गयी, इस फांउडेशन का नाम New7wonders रखा गया। इस फांउडेशन ने विश्व की 200 धरोहरों की एक लिस्ट बनाई, इसके बाद इंटरनेट के माध्यम से वोटिंग (Voting) की गयी। वोटिंग पोल में विभिन्न माध्यमों द्वारा लगभग 100 मिलियन वोट किये गये थे जिसके बाद वर्तमान के seven wonders of the world को लोगो द्वारा चुना गया था।
Table of Contents
Duniya ke saat ajoobe | Seven Wonders of the World in Hindi
- रोमन कोलॉज़िअम
- माचू पिच्चु
- पेट्रा
- ताज महल
- क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा
- चीन की महान दीवार
- चिचेन इत्ज़ा में पिरामिड
The Colosseum (रोमन कोलॉज़िअम)
24000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला यह विशाल स्टेडियम रोम के इटली शहर में स्थित है। इसका निर्माण वर्ष 72 AD में शुरू हुआ तथा वर्ष 80 AD में खत्म हुआ था। यह डिजाइन कंक्रीट व रेत से बनायी गयी थी जो कि ओवल के आकार की है। इसमें लगभग 50 हजार से 80 हजार तक लोग बैठ सकते है। इसे 100 दिनों के खेल हेतु Titus (Vespasian’s Son) द्वारा खोला गया था। इतनी पुरानी वास्तुकला तथा अनूठी आकृति की वजह से यह आज भी Wonders of the World में अपनी जगह बनाये हुए है।
Machu Picchu (माचू पिच्चु )
माचू पिच्चु समुद्र तल से 2430 मीटर ऊँचाई पर स्थित एक ऐतिहासिक शहर है जो कि दक्षिण अमेरिका के पेरू में स्थित है। इतनी अधिक ऊँचाई में यह कैसे बना, यह आश्चर्य की बात है इसीलिए यह Duniya ke saat ajoobe में शामिल है। इस शहर में 15वीं शताब्दी के समय इंका सभ्यता रहा करती थी और इस शहर की खोज वर्ष 1911 मे हीराम बिंघम द्वारा की गयी थी।
सेवेन वंडर्स ऑफ द वर्ल्ड माचू पिच्चु शहर को वर्ष 1983 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया। यहाँ इंका सभ्यता की कलाकृतियाँ आज भी देखी जा सकती हैं।
Petra (पेट्रा) – Wonder of the World
पेट्रा एक शहर है जो कि दक्षिण जार्डन में बसा है। चट्टानों से बनी वास्तुकला और यहाँ की नालीनुमा जलप्रणाली इस शहर की विशेषता है। seven wonders of the world में शामिल इस आश्चर्य को गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से बनाया गया था जिसके कारण इसे रोज या रक्मू सिटी के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर में कई मकबरे और मंदिर है, जहाँ कई लोग पूजा के लिए जाते है।
इस ऐतिहासिक और पुरातात्विक शहर का निर्माण 1200 ईसापूर्व के लगभग हुआ था। आज के समय में यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर होने का दर्जा प्राप्त है।
Taj Mahal (ताज महल )
अगर आपको नही पता है कि भारत में कितने अजूबे हैं तो आपको बता दें ताज महल भारत का एकमात्र अजूबा है जो original 7 wonders of the world में गिना जाता है। ताज महल भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह संगमरमर का बना एक मकबरा परिसर है जो कि पूरी तरह सफेद है और इसके चारो ओर बगीचा एवं समाने पानी की बारी है। जिसका निर्माण के लिए बनवाया था।
ताज महल का निर्माण वर्ष 1632 सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में करवाया गया था। यह प्यार की निशानी है। इसकी खूबसूरत कलाकारी मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली में फारसी, तुर्क, इस्लामी और भारतीय वास्तुकला के घटक शामिल है। इसकी सुदंरता सूर्योदय के समय और पूर्णिमा की रात को अत्यधिक सम्मोहित करती हैं। इतना ही नहीं, दिन के अलग – अलग पहर में और चंद्रमा की रोशनी में, ताज महल अलग – अलग रंगों में दिखाई देता है।
ताजमहल को विशेषज्ञ वास्तुकारों के मार्गदर्शन में 20,000 श्रमिकों द्वारा बनवाया गया था। इसके निर्माण में 15 वर्ष का समय लगा था।
Cristo Redentor (OR) Christ the Redeemer Statue (क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा)
क्राइस्ट द रिडीमर रियो डी जेनेरियो, ब्राजील के माउंट कोरकोवाडो पर स्थित है। कंक्रीट और सोपस्टोन से बनी 130 फुट लम्बी और 28 मीटर चौड़ी यह प्रतिमा (स्टैचू) wonders of the world है जो कि हेइटर दा सिल्वा कोस्टा द्वारा डिजाइन किया गया था।
इस मूर्ति का निर्माण वर्ष 1922 में आरम्भ हुआ था, इसका वजन 635 मीट्रिक टन है। यह ईसाई धर्म की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा है, इसके निर्माण में $250,000 खर्च हुए थे जिनमें से ज्यादातर दान की पूंजी थी। इसकी वास्तविक संरचना ब्राजील में नही बल्कि फ्रांस में बनायी गयी थी।
Great Wall of China (चीन की महान दीवार)
जैसा कि नाम से ही जाहिर हो रहा है यह seven wonders of the world चीन में स्थित है। 5500 मील (8,850 किमी) लम्बी इस दीवार का निर्माण 7वीं शताब्दी में शुरू किया गया और 16वीं शताब्दी तक किया गया। इस दीवार की लम्बाई के विषय में चीन का दावा है कि यह 13,170 मील (21,200 किमी.) लम्बी है। मानव निर्मित यह कलाकृति अतंरिक्ष से भी दिखाई देती है। 35 फुट ऊँची इस दीवार को बनाने में 20 से 30 लाख मजदूरों ने अपना जीवन लगा दिया होगा।
ग्रेट वाल आफ चाइना को बनाने का मकसद राज्य की रक्षा, सीमा नियंत्रण, व्यापार पर नियमों का पालन कराना था। सेवेन वंडर्स ऑफ द वर्ल्ड, चाइना की दीवार को पृथ्वी पर सबसे लम्बा कब्रिस्तान भी माना जाता है, क्योंकि इसे बनाने मे 10 लाख से अधिक लोग मारे गये जिनके अवशेष पुरातत्वविदों द्वारा समय-समय पर पाये जाते रहे हैं।
Chichen Itza (चिचेन इत्ज़ा में पिरामिड)
चिचेन इत्ज़ा एक विश्व प्रसिद्ध मयान मंदिर है जो कि मैक्सिको में स्थित है। इसका निर्माण 600 ईसापूर्व हुआ था। 5 किलोमीटर के दायरे में फैला यह मंदिर पिरामिड की आकृति का है। इस मंदिर की ऊँचाई 79 फीट है और इसके ऊपर जाने के लिए चारो ओर सीढ़ियाँ बनायी गयी है। यहाँ चारो कोनों में 91-91 सीढ़ियां है और कुल मिलाकर 365 सीढ़ियां है जो एक साल के 365 दिन का प्रतीक हैं।
Duniya ke saat ajoobe में शामिल चिचेन इत्ज़ा माया सभ्यता से सम्बन्धित है। इस जगह पर कई मंदिर, पिरामिड, खेल के मैदान बने हुए हैं। चिचेन इत्ज़ा के बाॅल कोर्ट में अगर आप एक बार ताली बजायेंगे तो यहाँ कोर्ट के नौ जगहों से आवाज गूजेंगी। अपनी असामान्य आवाजों के लिए चिचेन इत्ज़ा पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
Original 7 Wonders of the World | विश्व के प्राचीन 7 अजूबे
- ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा (मिस्र, वर्तमान इजिप्त)
- हैंगिंग गार्डन ऑफ़ बेबीलोन (इराक)
- स्टेचू ऑफ़ ज़ीउस अट ओलम्पिया (ग्रीस)
- टेम्पल ऑफ़ आर्टेमिस (तुर्क्री)
- माउसोलस का मकबरा (बोड्रम, टर्की)
- कोलोसुस ऑफ़ रोडेज (रोड्स, ग्रीस)
- लाइटहाउस ऑफ़ अलेक्सान्दिरा (मिस्र)
दुनिया का पहला अजूबा कौन सा है?
दुनिया का पहला अजूबा ताजमहल है जो कि भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित है। सफेद संगमरमर से बना ताज महल प्रेम की निशानी माना जाता है और यह मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
भारत में कितने अजूबे हैं?
भारत में सिर्फ एक अजूबा ताज महल है जो original 7 wonders of the world की लिस्ट में शामिल था और वर्तमान seven wonders of the world में भी शामिल है।
वर्तमान में, स्टैचू आफ यूनिटी (सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा) को अजूबों की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। यह विश्व का आठवां अजूबा होगा और भारत का दूसरा। इस प्रकार भारत में दो अजूबे हो जायेंगे।
दुनिया का आठवां अजूबा कौन सा है?
दुनिया में सिर्फ सात अजूबे ही है, जिन्हे इस आर्टिकल मे wonders of the world in hindi में बताया गया है। ये वर्ष 2007 में बदले भी जा चुके हैं।
Conclusion
दोस्तो, सेवेन वंडर्स ऑफ द वर्ल्ड इन हिंदी दर्शाता है कि विश्व में एक से बढ़कर एक महान वास्तुकार, राजा- महाराजा, इंजीनियर आदि मौजूद रहे जिनकी कलाकारी, साहस, दूरदर्शिता, निर्णय इत्यादि अद्वितीय थे। जिनके इन निर्णय से आज विश्व को इतनी ख़ूबसूरत और अचंभित करने वाली इमारतें देखने को मिल रही हैं।
मुझे उम्मीद है wonders of the world in hindi का यह लेख आपको काफी पसंद आया होगा। अब आप seven wonders of the world in hindi मे काफी अच्छे से जान गये होगें। जानकारी से परिपूर्ण इस लेख को अपने दोस्तो, परिवार के सदस्यो के साथ जरूर शेयर करें।
Read this article if you are willing to know the Top Haunted Places in India.
Wonders of the World: FAQs
सात अजूबों के नाम क्या हैं?
ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा (मिस्र, वर्तमान इजिप्त)
हैंगिंग गार्डन ऑफ़ बेबीलोन (इराक)
स्टेचू ऑफ़ ज़ीउस अट ओलम्पिया (ग्रीस)
टेम्पल ऑफ़ आर्टेमिस (तुर्क्री)
माउसोलस का मकबरा (बोड्रम, टर्की)
कोलोसुस ऑफ़ रोडेज (रोड्स, ग्रीस)
लाइटहाउस ऑफ़ अलेक्सान्दिरा (मिस्र)
भारत का कौन सा स्मारक दुनिया के सात अजूबों में से एक है?
भारत के आगरा शहर में स्थित ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। यह भारत का इकलौता स्मारक है जो एक अजूबा है।
दुनिया में कुल कितने अजूबे हैं?
वर्तमान समय में दुनिया में कुल सात अजूबे हैं।
ताजमहल दुनिया का कौन सा अजूबा है?
ताजमहल दुनिया का पहला अजूबा है जो कि वर्ष 2000 से 2007 के बीच न्यू सेवन वंडर्स फाउंडेशन द्वारा कराए गये एक सर्वे के बाद शामिल हुआ है।
सबसे पुराना अजूबा कौन सा है?
मूल सात अजूबों में से ज्यादातर नष्ट हो चुके हैं। उनमें से केवल एक गीजा का महान पिरामिड उपस्थित है और सभी अजूबों में सबसे पुराना है।